BURNING NEWS ✍️ RAJESH SHARMA
मीडिया कर्मी पर हम लोग का सिलसिला जालंधर में जारी है देर रात भी जालंधर में मीडिया कर्मी के में घुसकर एक व्यक्ति के द्वारा उसके छोटे बेटे व मां को धमकियां दी गई और पिस्तौल का रौब दिखाकर गोली मारने की धमकी दी गई। जब मीडिया कर्मी की मां ने शोर मचाया तो घर में घुसा व्यक्ति मौके से फरार हो गया। मीडिया कर्मी परिवार वालों ने घर में घुसे व्यक्ति की सारी रिकॉर्डिंग भी कर ली। देर रात सारे मीडिया कर्मी इकट्ठे होकर थाने पहुंचे। जहां पर धमकियां देने वाले के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। बस्ती शेख के मोहल्ला चिराग पूरा में रहने वाले मनवीर सभ्रवाल ने बताया कि भाई की ज्योति चौक के पास दुकान है जो दुकान के साथ रहने वाला व्यक्ति कई बार उन्हें परेशान कर चुका है जिस संबंध में थाना 4 में भी राजीनामा देर शाम हुआ था कि राजीनामे के बाद ही उक्त व्यक्ति उनके घर में आया और उनकी मां को घर में घुसकर गालियां निकालने लगा वही उसने घर में घुसकर उनके बच्चों को गोली मारने की धमकी दी थी जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। वह मीडिया कर्मी का आरोप है मामले में विधायक बेरी दूसरे पक्ष का साथ दे रहे हैं और उसके खिलाफ कार्रवाई ना होने के लिए और इस पर विधवा बना रहे थे।
मीडिया कर्मी मनवीर सभ्रवाल का विधायक को संदेश
सबसे ज्यादा अगर किसी प्रोफेशन में दुश्मन बनते हैं तो वो है पत्रकार का ।उसकी ख़बर से अगर बीस लोगों की मदद होती है तो वो उसका साथ नहीं देंगे लेकिन अगर एक बदमाश या दो नम्बर का धंधा करने वाले का वो नुकसान करता है जोकि उसका फर्ज़ है तो वो उसका पक्का दुश्मन बन जाता है । गैरकानूनी पेशा करने वाला उसे कभी बर्दाश्त नहीं कर पाता ।आज एक ऐसे ही शख्स ने मेरे घर में घुस कर मेरी माता से हाथापाई की और पिस्तौल की नोक पर धमकाया और उस समय मेरा 5 साल का बेटा भी घर पर था।मैंने जब थाने में पर्चा करवाने की कोशिश की तो सेंट्रल हल्के के विधायक बेरी जो पहले भी मेरे सवालों से भड़क कर मुझसे खार खाते हैं ने पुलिस वालों पर दवाब डालना शुरू कर दिया। पुलिस अफसरों को फोन पर कहने लगे कि इसकी ही बार बार लड़ाइयां होती हैं ।विधायक साहिब जो घोड़े पर चढ़ेगा वोही गिरेगा।अगर मैं जनता के हक में खबरें लगाऊंगा और आप जैसे सत्ताधारियों की धक्केशाही उज़ागर करूँगा तो आप भी मुझसे खार खाएंगे और दो नम्बर के धंधे करने वाले भी ।पर इस से मैं अपना फ़र्ज़ नहीं छोड़ सकता।
अगर मैं अपने लिए इंसाफ नहीं ले सकता तो में दूसरों के लिए क्या ख़ाक लड़ूंगा ।इसलिए आप जो मर्ज़ी करें या कहें लेकिन मैं अपना फर्ज पूरा करता रहूंगा और फिर भी आपसे दुश्मनी नहीं समझूंगा ।आप अच्छा करेंगे तो अच्छा कहूंगा और धक्केशाही करेंगे तो सीना तान कर डटा रहूंगा ।