BURNING NEWS✍️Rajesh Sharma
महिला का गर्भपात करने के आरोपों में घिरे रतन अस्पताल के डॉ बलराज गुप्ता की मुश्किलें जहां बढ़ती जा रही हैं वही उनके बचाव के लिए भी कई प्रश्न प्रशासन के सामने आ गए हैं। डाकटर बलराज गुप्ता के अस्पताल में गर्भपात करने के मामले में ₹25000 देने की बात कही गई है जबकि वह 25000 कब और किस को दिए इसका कोई भी प्रूफ शिकायतकर्ता नहीं दे पाए हैं। वहीं ना ही इस मामले में गर्भपात करने की कोई ऑडियो रिकॉर्डिंग या कोई वीडियो रिकॉर्डिंग भी प्रशासन के सामने नहीं आई है। जिससे उक्त सारा मामला शक के दायरे में आ गया है। वहीं अस्पताल के डॉ बलराज गुप्ता के परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन ने दबाव में आकर जल्दबाजी में मामला दर्ज कर दिया है। जबकि उनके अस्पताल में ऐसा गलत काम ना कभी हुआ है और ना ही कभी उन्होंने करने की सोची है। डॉ बलराज गुप्ता ने आरोप लगाया कि कुछ रंजिश रखने वाले लोगों ने उन्हें जानबूझकर इस मामले में फंसा रहे है वही उनके अस्पताल में लगे हर जगह के सीसीटीवी कैमरे की भी पुलिस ने जांच तक नहीं की जबकि स्कैनिंग मशीन जिस कमरे में पड़ी है वहां पर भी सीसीटीवी के सामने ही सब कुछ होता है। उन्होंने लिंग निर्धारण आज तक नहीं किया। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि मामले की सभी पहलुओं पर जांच करके उन्हें इस मामले से बरी किया जाए। डॉ गुप्ता ने कहा कि उनके खिलाफ कोई भी प्रूफ़ ऐसा नहीं है जिसमें उन्होंने गर्भपात करने या पैसे लेने कि कहीं भी कोई बात बोली हो। उन्हें इस मामले में फंसा कर राजनीति रंग दिया जा रहा है। उन्होंने पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुललर से मांग की कि उन्हें इस मामले की निष्पक्ष जांच करके बरी किया जाए।