BURNING NEWS✍️Rajesh Sharma
जालंधर में देर रात लोगो की मर चुकी इंसानियत के कारण एक वयकित की सड़क पर ही मौत हो गई। मृतक सड़क हादसे में घायल हुआ था जिसका मासूम बेटा साथ था जो घायल पिता को असपताल पहुँचाने के लिए लोगो के हाथ जोड़ रहा था पर किसी ने उसे असपताल नही भरती करवाया। हालाँकि कुछ लोगो ने पुलिस ओर एंबुलेंस को फ़ोन ज़रूर किया पर ना थाना 8 की पुलिस आई ओर ना ही एंबुलेंस।
घटना जालंधर के लंबा पिंड चौक के पास काल है। जहाँ देर रात अज्ञात वाहन की चपेट में आने से मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति की मौत हो गई और उसका बेटा बाल बाल बच गया। मृतक की पहचान सुखविंदर सिंह पुत्र राम सिंह निवासी नूरपुर के रूप में हुई है बताया जा रहा है कि मृतक सुखविंदर सिंह अपने बेटे गुरचरण सिंह के साथ मोटरसाइकिल पर लंम्मा पिंड चौक से इलेक्ट्रीशियन की दुकान बंद कर नूरपुर की तरफ अपने घर जा रहा था तो अचानक रस्ते में अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी टक्कर के बाद मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति सुखविंदर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई और उसका 13 वर्षीय बेटे गुरचरण सिंह को पता नहीं था कि पिता की मौत हो चुकी है लेकिन खून बहता देख कर वह सड़क पर चिलाता रहा कि मेरे पापा को हस्पताल पहुंचा दो बेटे की बात सुनकर कुछ लोग मौके पर इकट्ठा हुए तो इसकी सूचना पुलिस और 108 एंबुलेंस को दी 1 घंटे तक ना तो पुलिस पहुंची और ना एंबुलेंस जालंधर के एक पत्रकार बग्गा ने इंसानियत दिखाते हुए घायल सुखविंदर सिंह को ऑटो में डालकर निजी अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया लेकिन आधे घंटे तक परिजनों ने शव को सड़क पर स्ट्रेचर पर रखकर पुलिस का इंतजार किया लेकिन पुलिस अस्पताल में भी 1 घंटे बाद पहुंची और जांच शुरू कर दी जानकारी देते हुए थाना डिवीजन नंबर आठ के एएसआई प्रेम कुमार ने बताया कि मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल हस्पताल दिया है और पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल कर जांच कर रही है परिजनों का आरोप है कि हादसे के बाद मौके पर एंबुलेंस जा पुलिस पहुंचती तो शायद सुखविंदर सिंह की जान बच जाती।