नागरिक उड्डयन सचिव ने शाम 4 बजे सभी एयरलाइंस की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई
- भारत में स्पाइसजेट के पास 12 और जेट एयरवेज के पास 5 बोइंग 737 मैक्स 8 विमान
- इथियोपिया में बोइंग विमान हादसे के बाद भारत समेत 45 देशों ने इन विमानों पर रोक लगाई
लंदन (एजेंसी इथियोपिया में रविवार को हुए विमान हादसे के बाद भारत समेत 45 देशों ने बोइंग 737 मैक्स 8 विमानों पर रोक लगा दी है। रोक लगाने वाले देशों में 28 यूरोप के हैं। भारत में जेट एयरवेज और स्पाइस जेट के पास इस मॉडल के कुल 17 विमान हैं। नागरिक उड्डयन सचिव ने बुधवार शाम 4 बजे सभी एयरलाइंस की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। इससे पहले नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने सभी बोइंग 737 मैक्स विमानों को ग्राउंडेड करने के लिए कहा है। इससे पहले यूरोपियन यूनियन के रेगुलेटर ने पूरे यूरोप में इन विमानों पर पाबंदी लगाने की घोषणा की।
एयरलाइंस को निर्देश- यात्रियों से ज्यादा रकम नहीं वसूलें
न्यूज एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक नागरिक उडड्यन मंत्रालय ने स्पाइसजेट और जेट एयरवेज से पूछा है कि बोइंग 737 मैक्स विमानों को ग्राउंडेड करने से जो रूट प्रभावित होंगे उनके लिए क्या इंतजाम हैं। यात्रियों को किस तरह अकोमोडेट किया जाएगा। दोनों एयरलाइंस से यह भी कहा गया है कि वो यात्रियों से ज्यादा रकम नहीं वसूलें।
6 महीने में दूसरा बोइंग 737 मैक्स विमान क्रैश
इथियोपिया में हुए हादसे में 6 भारतीयों समेत 157 लोगों की मौत हुई थी। घटनाक्रम पर बोइंग ने कहा, ‘कंपनी की प्राथमिकता सुरक्षा है। हमें 737 मैक्स विमानों में मौजूद सुरक्षा उपायों पर भरोसा है। दुनिया की अलग-अलग रेगुलेटरी एजेंसियों ने इसकी उड़ान जारी रखने या रोकने का फैसला किया है। हम उनका सम्मान करते हैं।’
बोइंग ने अब तक 370 विमान डिलीवर किए थे, 40% खड़े हुए
यूरोप के 28 देशों के अलावा चीन, ऑस्ट्रेलिया, मैक्सिको, ब्राजील, अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, इथोपिया, दक्षिण अफ्रीका, मलेशिया, सिंगापुर, वियतनाम, ओमान, मोरक्को, मंगोलिया और दक्षिण कोरिया ने उड़ान पर रोक लगाई।
- पूरी दुनिया में अब तक 40% बोइंग 737 मैक्स विमान खड़े कर दिए गए।
- चीन की एयरलाइंस के पास इस मॉडल के सबसे ज्यादा 97 विमान मौजूद हैं।
- जनवरी तक बोइंग ने 5,011 ऑर्डर में से 370 विमान डिलीवर किए थे।
- दो दिन में बोइंग के शेयर में 13% गिरावट
- रविवार के हादसे के बाद दो दिन में बोइंग का शेयर अमेरिकी बाजार में 12.76% गिर चुका है।
- कंपनी का मार्केट कैप 2.10 लाख करोड़ रुपए घटकर 14.84 लाख करोड़ रुपए रह गया है।