कनाडा ने इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को स्टडी परमिट देने की सीमा तय कर दी है. अगले दो साल तक एक सीमित संख्या में ही छात्रों को पढ़ाई के लिए यहां प्रवेश मिलेगा
हायर स्टडीज के लिए कनाडा जाने की योजना बना रहे छात्रों के लिए जरूरी खबर है. कनाडा ने इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को परमिट देने की सीमा तय कर दी है. इसके अंतर्गत अब एक सीमित संख्या में ही स्टूडेंट्स को यहां पढ़ने की परमिशन मिलेगी. दरअसल कनाडा आवास की व्यवस्था और हेल्थ केयर समस्याओं से जूझ रहा है. वे स्टूडेंट्स के रहने का इंतजाम नहीं कर पा रहे हैं. इन समस्याओं से निपटने के लिए कनाडा ने तय किया है कि वे अब ज्यादा स्टूडेंट्स को प्रवेश नहीं देंगे. जितने स्टूडेंट्स ठीक से एकोमडेट हो सकें, उतने छात्रों को ही प्रवेश मिलेगा।
दो साल के लिए लगेगी लगाम
इमिग्रेशन, रेफ्यूजीस एंड सिटिजनशिप कनाडा के मुताबिक इस रोक के लगने के बाद करीब 3.6 लाख स्टूडेंट्स को कनाडा में पढ़ने के लिए परमिट मिलेगा. अगर पिछले साल यानी साल 2023 से तुलना की जाए तो ये 23 परसेंट कम हुआ. ये लगाम दो साल के लिए यानी साल 2024 और 2025 के लिए लगायी लगायी गई है.
इसके पहले भी उठाया गया है कदम
इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को देश में ठीक से एकोमडेट करने और देश की इंफ्रास्ट्रक्चर व्यवस्था को दुरस्त रखने के लिए पहले भी कनाडा ने कदम उठाया था. इसके लिए उन्होंने घोषणा की थी कि इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को अपने एकाउंट में डबल पैसे रखने होंगे तभी वे यहां पढ़ पाएंगे. कनाडा स्टडी परमिट के लिए स्टूडेंट्स के एकाउंट में 20,635 कनेडियन डॉलर होना जरूरी थे.
कुछ लोग उठा रहे थे फायदा
इस संबंध में इमिग्रेशन मिनिस्टर मार्क मिलर का कहना है कि ये नियम इसलिए भी जरूरी हो गया था क्योंकि कनाडा में बहुत सी जगहों पर इस बात का फायदा उठाया जा रहा था. ज्यादा पैसों में ऐसे एकोमडेशन और दूसरी सर्विसेस उपलब्ध करायी जा रही थी जो कीमत वे डिजर्व नहीं करते थे. हाई ट्यूशन फीस से लेकर हाय एकोमडेशन चार्जेस तक स्टूडेंट्स से वसूले जा रहे थे.