किसानों ने फिर किया प्रदर्शन करने का ऐलान,इस तारीख़ को ना जाए इस तरफ़

BURNING NEWS RAJESH SHARMA 

पंजाब के किसानों ने एक बार फिर केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन का ऐलान कर दिया है। इस बार वह पानी के लिए सड़क पर उतरेंगे। किसान संगठनों ने 18 जनवरी से चंडीगढ़ में आंदोलन शुरू करने की घोषणा की है। किसान नेता अपने आंदोलन के लिए जगह वगैरह मुहैया कराने के लिए 8 जनवरी को चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों से मिलेंगे। किसान संगठनों का आरोप है कि केंद्र में नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर पंजाब से पानी दूसरे प्रदेशों में भेजने के लिए दबाव बना रही है।

18 जनवरी से पहले किसान संगठनों की ओर से पंजाब के गांवों में आंदोलन की जानकारी पहुंचाने के लिए एक लाख पोस्टर भी बांटे जाएंगे। किसान संगठन इस बार पानी के साथ-साथ चंडीगढ़ के फेडरल स्ट्रक्चर का मुद्दा भी उठाएंगे। पंजाब में गिरते भूजलस्तर को लेकर भी इस प्रदर्शन में आवाज उठाई जाएगी।
5 किसान संगठनों की बैठक में फैसला
चंडीगढ़ के सेक्टर 35 स्थित किसान भवन में शनिवार को 5 अलग-अलग किसान संगठनों की बैठक में यह फैसला लिया गया। इस मीटिंग में भारतीय किसान यूनियन (BKU) की तरफ से बलबीर सिंह राजेवाल, ऑल इंडिया किसान फेडरेशन की तरफ से प्रेम सिंह, किसान संघर्ष कमेटी की तरफ से कमलप्रीत पन्नू, भारतीय किसान यूनियन मानसा की तरफ से भोग सिंह और आजाद किसान संघर्ष कमेटी की तरफ से हरजिंदर सिंह टांडा के साथ कई अन्य किसान नेताओं ने हिस्सा लिया।

इस बार चंडीगढ़ में आंदोलन
किसान संगठनों की तरफ से कहा गया कि इस बार वह चंडीगढ़ बॉर्डर पर मोहाली में प्रदर्शन नहीं करेंगे। इस बार उनका प्रदर्शन चंडीगढ़ में ही होगा, क्योंकि चंडीगढ़ पंजाब की राजधानी है। अगर चंडीगढ़ प्रशासन उन्हें ऐसा करने से रोकता है तो यह उनके अधिकारों के खिलाफ है।