BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA
जालंधर के नामी सीटी इंस्टिट्यूट के मालिक चरनजीत सिंह चन्नी उनकी पत्नी ओर बेटे के खिलाफ मामला दर्ज हो गया है जिन पर गिरफ़्तारी की तलवार लटक रही है,अक्सर विवादों में रहने वाले सीटी ग्रुप इस बार ऐसे विवादों में आए कि उनकी गिरफ़्तारी होनी संभव है,
पहले केश कटवाकर सिख धर्म की मर्यादा का खुद उल्लंघन करने वाले तथा गत दिवस स्कूल प्रबंधन नीति के तहत सिख स्टूडैंट्स के कड़े-ककार उतरवाने पर खुद की गर्दन नपती देख प्रिंसीपल समेत स्टाफ के कुल तीन कर्मचारियों की नौकरी लीलने वाले सी.टी. ऐजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन चरणजीत सिंह चन्नी को मोहाली पुलिस ने दहेज प्रताडऩा मामले में पत्नी परमिंदर कौर व बेटे हरप्रीत सिंह समेत नामजद किया है।
देश के पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह की पड़पौत्री अमेरिका मूल की बहु सीरत कौर की शिकायत पर हुई जांच के बाद राज्य के एनआरआई विंग के एडीजीपी के आदेश पर मोहाली के एनआरआई थाना में तीनों को दहेज का सामान लौटाने से इंकार करने पर आईपीसी की धारा 406, दहेज मांगने के आरोप में धारा 498-ए तथा बहु को धमकाने पर धारा 506 के तहत नामजद किया है। आरोपी पति हरप्रीत के पास जालंधर के शाहपुर कैंपस स्थित सी.टी. इंस्टीच्यूट का संचालन हैं।
शादी उपरांत दो बच्चों की माता बन चुकी सीरत ने शिकायत में अपने पति हरप्रीत सिंह कोकीन का नशा करने के सनसनीखेज आरोप भी लगाए हैं तथा 15.12.2017 की रात को दोस्तों के साथ नशे का सेवन करते दोस्त उदयपाल सिंह उर्फ काका के साथ पकड़े जाने का दावा भी पेश किया है। साथ ही साथ पति हरप्रीत पर सैक्स के लिए बदनाम देश थाईलैंड की राजधानी बैंकाक जाकर नियमित बाजारू औरतों से संबंध बनाने जैसे गंभीर आरोप भी जड़े हैं तथा इस संबंधी सबूत भी पेश करने का दावा किया है कि उसके पति के और भी औरतों के साथ शारीरिक संबंध हैं और नियमित बातचीत भी होती रही है।
शिकायत में सीरत ने जेठ मनबीर सिंह पर फिलहाल कोई आरोप नहीं लगाया है लेकिन उनकी पत्नी जेठानी पर सास-ससुर की तरफदारी करने का आरोप लगाया है जिसकी पुष्टि जांच में होगी कि वो किस अपराध की बात में उनका साथ देती थी। वहीं, ससुर चरणजीत सिंह चन्नी व सास परमिंदर कौर पर दहेज प्रताडऩा व घरेलू हिंसा के आरोप भी जड़े है जिस बाबत पक्ष पेश करने के लिए तीनों आरोपी एआईजी के समक्ष पेश नहीं हुए हैं।
बीते साल 13 अक्तूबर 2021 को पेश की शिकायत में सीरत ने पुलिस को बताया है कि उसकी शादी 07.04.2012 को हरप्रीत सिंह के साथ तय हुई थी। पिता की 2008 में मौत हो चुकी थी जिसके चलते माता व भााईयों ने उसका विवाह संपन्न करवाया था। आरोप लगाया कि शादी पर कुल 5 करोड़ रुपए खर्च किए गए और ससुराल पक्ष को उनकी मांग मुताबिक बेशकीमती सामान भेंट किया गया और लग्जरी होटलों में शादी की रस्में पूरी की गई थी।
बकौल, सीरत शादी के बाद उनके घर 2014 में बेबी गर्ल ने जन्म लिया और 2016 में पुत्र की प्राप्ति हुई थी। शादी के बाद मिले तानों के बारे में बताया कि उनके पिता के दादा पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह का हवाला देकर ताने दिए जाते रहे कि उनको रूतबे के हिसाब से दहेज नहीं मिला। शिकायत में सीरत ने प्रैगनैंसी के दौरान सास-ससुर की ओर से जबरन अमेरिका लिंग निर्धारण टैस्ट करवाने के लिए भी भेजा जाता रहा। दो बच्चों का बाप बनने के बाद भी पति हरप्रीत सिंह की नशेबाजी और एैय्याशी जारी रहने पर उसने दिसंबर 2019 में ससुराल घर छोड़ दिया था।
उन्होंने पुलिस को यह भी बताया कि उसको दोबारा वापिस घर बुलाने के लिए ससुराल पक्ष ने काफी देर तक उसके साथ वार्तालाप को जारी रखा और मीठी बातों में लगाकर उससे जालंधर कोर्ट से एकतरफा तलाक भी ले लिया जबकि मेरा पता भी अपने घर का देकर फैमिली कोर्ट के सम्मनों पर खुद ही रिपोर्ट करवाते रहे जिसको वो जल्द ही चैलेंज करने जा रही है तथा इस बारे में काफी दस्तावेजी सबूत भी पुलिस को सौंपे गए हैं।
उधर, आरोपी परिवार के सदस्यों से उनका पक्ष जानने की कोशिश की तो कोई भी सामने आने के लिए तैयार नहीं हुआ लेकिन जानकारी के आधार पर जब उनके बाकी कोर्ट केस देखने वाले वकील मंदीप सिंह सचदेव से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि मेरे क्लाइंट को झूठे केस में फंसाया गया है इसलिए सास परमिंदर कौर की गिरफ्तारी पर मोहाली कोर्ट ने रोक लगा दी है और 17.08.2022 तक अंतरिम जमानत भी दे दी है। हालांकि हरप्रीत सिंह व ससुर चरणजीत सिंह चन्नी की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज कर दी है जिसके विरोध में जल्द ही पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट का रूख किया जा रहा है।
बहरहाल, देखना शेष होगा कि सैंट सोल्जर परिवार की तरह सी.टी. ग्रुप भी अपने इस परिवार के विवाद को कैसे मैनेज करता है या फिर अपनी नेचर के मुताबिक केसों की पैरवी में लग जाता है। वही, दूसरी तरफ पुलिस का रूख भी देखना शेष है कि वो पीडि़ता सीरत की ओर से पति हरप्रीत सिंह पर लगाए नशेबाजी व लड़कीबाजी के आरोपों की सत्यता को लेकर जांच की दिशा का क्या रूख तय करती है। फिलहाल इस मामले में अग्रिम जमानतों का दौर जारी है जिसका अपडेट आपको जल्द किया जाएगा।