NHS अस्पताल में शुरु हुआ पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक व डिफॉर्मिटी करेक्शन विभाग

BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA 

एन एच एस. हॉस्पिटल, जालंधर का हड्डियों वे जोड़ों का विभाग पूरे भारत वर्ष में घुटने व कूहले की रोबोटिक सर्जरी के लिए माना जा चुका है और हर तरह के हड्डियों के आधुनिक इलाज के लिए एक पहचान बना चुका है, अब लाया है पीडियाट्रिक ऑर्थोपीडिक सर्जरी की डिवीज़न।

अस्पताल के डायरेक्टर व रोबोटिक ऑर्थोपीडिक सर्जरी के प्रमुख, माहिर डॉक्टर शुभांग अग्रवाल ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि डॉ. प्रतीक लखानी, जो कि बच्चों की हड्डियों के इलाज के माहिर हैं, उन्होंने अब आर्थोपेडिक डिपार्टमेंट में ज्वाइन किया है।

डॉ. प्रतीक लखानी, फैलोशिप ट्रेइन्ड पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक सर्जन हैं जिन्होंने Institute of rare diseases, KUMC दक्षिण कोरिया से व Centre for Ilizarov Techniques, महाराष्ट्र से स्पेशल ट्रेनिंग ली है. ७ साल के क्लीनिकल अनुभव के साथ कई साइंटिफ़िक पेपर, नेशनल व ईंटरनैशनल स्तर पर प्रस्तुत व प्रकाशित कर चुके है.

पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक व डिफॉर्मिटी करेक्शन सेवाएँ जिसमें –

बच्चों की टाँगें टेढी होना,
जन्म से निकले हुए कूल्हे के जोड़,
हड्डियों की पैदाइशी बिमारी,
जोड़ों का दर्द एवम् लंगड़ाना,
टाँगे हैं छोटी बड़ी होना,
इलीज़ारोव (रशियन) तकनीक से हड्डी लंबी करना व हड्डियों का ग़लत जुड़ना का पूरा इलाज किया जाता है

डॉक्टर शुभांग अग्रवाल ने बताया कि हमारा आर्थोपेडिक डिपार्टमेंट एडवांस्ड टेक्नोलॉजी में व नया शुरू करने में सबसे आगे रहा है और लगातार अच्छे परिणाम दे रहा हैं.

इस सेवा का लाभ उठा सकते हैं फ़्री कंसल्टेशन कैंप द्वारा सुबह ११ बजे से २ बजे तक 1-4 June NHS अस्पताल परिसर में ।