वाह री जालंधर पुलिस: 1 जैसी शिकायत पर 2 तरह की कारवाई

BURNING NEWS✍️Rajesh Sharma

अक्सर चर्चा में रहने वाली जालंधर पुलिस के आए दिन कारनामे सुनने को मिलते ही रहते ही। चाहे वो किसी पर अत्याचार का हो या अपनी पर्सनल रंजिश का पुलिस हमेशा अपने कारनामों के कारण चर्चा में ही रही है। जालंधर में ROYAL PALACE के मालिक आशू पर मामला दर्ज कर पुलिस ने एक बार फिर से अपनी  ग़लत कार्य प्रणाली को साबित किया है। रायल पैलेस के मालिक के मैनेजर दीपक पर प्रापटी का बयाना करके पैसे वापिस ना देने के मामले में जालंधर पुलिस ने मामला दर्ज किया है वहीं पुलिस ने ये भी कहा कि उक्त लोगों ने नक़ली काग़ज़ात पर किसी की प्रापटी को आगे बेचा है पर पुलिस ने जिन लोगों के खिलाफ दीपक रज़्ज़ाक़ मैनेजर रायल पैलेस ने शिकायत दी थी उन लोगों को मामले में नामज़द नहीं किया।

प्रिंस रोहित ओर रजिंदर शर्मा पर पुलिस हुई धयावान

जालंधर पुलिस को रायल पैलेस के मैनेजर दीपक ने शिकायत दी थी कि उनको एन आर आई की ग़लत प्रापटी प्रिंस रोहित ओर रजिंदर शर्मा नाम के युवक बेच गए। जिन्होंने लाखों रूपए भी प्रापटी के ले लिए पर जब उन्हें पता चला कि प्रापटी किसी ओर की है ओर उनके साथ ठगी हुई है तो उन्होंने प्रापटी के असल मालिक को प्रापटी वापिस कर दी। पर पुलिस ने प्रिंस रजिंदर ओर रोहित पर कोई मामला दर्ज नहीं किया। जबकि असली मास्टर माईंड तो वो थे। उन पर जालंधर पुलिस की मेहरबानी रही।

ROYAL PALACE के मालिक को दुकानें बेचने वालो पर भी जालंधर पुलिस मेहरबान

वहीं रायल पैलेस के मालिक आशू के को कुछ साल पहले दीपक महे ने 6 दुकाने बेची थी जिनका बयाना भी किया गया था ओर आशू ने बयाने की रक़म अपने खाते से दीपक महे के खाते में ट्रांसफ़र की थी पर बाद में दीपक महे ने रजिस्ट्री नहीं करवाई ओर दुकाने किसी ओर को बेच दी। जिसके बाद आशू ने दीपक महे के ख़िलाफ़ शिकायत दी तो  ए सी पी कराईम ने शिकायत पर पर्चा दर्ज करने की बजाए उच्चाधिकारियों के दबाव में मामले को फ़ाईल करने की रिपोर्ट बना दी। सवाल ये है कि  अगर एक बयाना करने पर धोखाधड़ी का पर्चा दर्ज होता है तो क्या दूसरे बयाने पर पर्चा दर्ज नहीं होता था। उस शिकायत पर ए सी पी कराईम की भूमिका की जाँच होनी तय है।

जालंधर पुलिस के ख़िलाफ़ हाईकोर्ट पहुँचा आशू वर्मा:

जालंधर पुलिस की दो तरह की कारवाई के ख़िलाफ़ आशू वर्मा ने अब हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है। जहां पर पुख़्ता सबूतों के साथ उनके साथ हुई ठगी का वेरवा दिया गया है। अब ए सी पी के द्वारा बिना जाँच किए आशू के साथ 6 दुकानों की ठगी का मामला गरमाएगा ओर पुलिस की जाँच पर सवाल उठेंगे।