जालंधर, (राजेश शर्मा) – बारिश के पानी को व्यर्थ जाने से रोकने के लिए वरुण मितरा रेन वॉटर मैनज्मेंट सेल्यूशन प्रवाइडर कम्पनी पंजाब में बढा योगदान दे रही है। एकमात्र कम्पनी वरूण मित्रा के द्रारा पंजाब भर में कई बढ़े धार्मिक स्थानों स्कूलों कालेजों में बारिश के पानी को व्यर्थ जाने से बचाने के लिए उनमें रेन वॉटर हार्वेस्टिंग यूनिट लगाकर पानी को बचा रही है। ना सिर्फ पानी को बचाया जा रहा है बल्कि पानी को पुनः इस्तेमाल में भी लाया जा रहा है। बारिश का पानी जमीन के नीचे ले जाकर दोबारा से प्रयोग में लाया रहा है। वरुण मितरा द्वारा अपनायी गयी तकनीक का डिज़ाइन पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से प्रमाणित है , बहुत सारे स्कूल कॉलेज और औधयोगिक संस्थानो में वरुण मितरा द्वारा रेनवॉटर हार्वेस्टिंग यूनिट स्थापित किए गए हैं , जिनमें से श्री देवी तालाब मंदिर जालंधर के प्रांगण में स्थित हरिवल्लभ भवन , श्री हरिमंदिर साहिब जी ,खालसा कॉलेज , कन्या महाविद्यालया , दोआबा कॉलेज , डी ए वी कॉलेज , इंडीयन ओयल कॉर्परेशन , सोनलिका ट्रेक्टोर्स , स्पीडवेज़ टाइर्ज़ , जैसे संस्थान और सरकारी क्षेत्र में मंडी बोर्ड , पंचायतीराज , भूमि एवं जल संरक्षण विभाग आदि शामिल है
वरूण मित्रा कम्पनी के पास सेल्फ़ क्लीनिंग ,ऑटो फ़्लश आउट वाले वॉल माउंटिंग रेनी फ़िल्टर भी उपलब्ध हैं और अंडर ग्राउंड वॉटर टैंक भी प्रीकास्टड हैं ,
पर्यावरण प्रेमी वरूण मित्रा को चलाने वाले जालंधर आर के ढाबा के मालिक रमन कुमार से इस संबंध में बात की गई तो उन्होनें कहा कि हर व्यकि्त को पानी बचाने में सहायता करनी चाहिए। उन्होनें लोगों से अपीली की कि आने वाली पीड़ी के लिए जल संरक्षण करने में भाग लें ,
वास्तुशास्त्र के अनुसार पानी को लक्ष्मी का रूप मानागया है , जल संचय से लक्ष्मी बढ़ती है। रेन वॉटर हार्वेस्टिंग यूनिट से वर्षा का जल सीधे धरती के अंदर जाने से सीवरेज पर भार कम होता है , जिस से सड़कों पर पानी नहीं आता ,पानी सड़क पर ना आने से सड़कों की आयु बड़ जाती है , अगर आप भूमिगत जल समर्सिबल आदि से निकालते हैं तो उसका स्तर भी बना रहता है ,
मन को शांति मिलती है ।
*जल है तो कल है*