क़त्ल केस में जेल में बंद,पर चला रहा था हैरोईन तस्करी का नेटवर्क

BURNING NEWS✍️Rajesh Sharma

पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए के कड़ी कार्रवाई करते हुए काउंटर इंटेलिजेंस विंग जालंधर ने जिले कपूरथला के पुलिस थाना सिटी फगवाड़ा इलाके में से 400 ग्राम हेरोइन तथा 6 लाख की ड्रग राशी सहित तीन तस्करों को गिरफ्तार कर हेरोइन तस्करी के एक बड़े अंतर्राज्यीय ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया ।

आरोपियों की पहचान सिकंदर कल्याण, उसका भाई सूरज कल्याण पुत्र रोशन लाल निवासी अली मोहल्ला जालंधर तथा दिल्ली से तस्करी करती माँ बेटी फादिमा और फरहा निवासी महावीर एन्क्लेव दिल्ली के रूप में हुई है।

एक प्रेस विज्ञप्ति में, एआईजी काउंटर इंटेलिजेंस जालंधर श्री हरकमलप्रीत सिंह खाख ने कहा कि, काउंटर इंटेलिजेंस सभी ड्रग तस्करों की गतिविधियों की निगरानी कर रहा है, चाहे वे जेल के अन्दर बंद है या बाहर।

श्री खख ने कहा, विंग को एक सूचना मिली थी कि सिकंदर कल्याण और उसका भाई सूरज कल्याण दिल्ली स्थित नाइजीरियाई तस्करों के संपर्क में हैं और आज सूरज कल्याण को दिल्ली स्थित लेडी स्मगलरों से बड़ी हेरोइन की खेप मिल रही है और वह तीनो इस समय एक टोयोटा इटिओस कार नंबर PB18EH9811 में मौजूद है और शहर फगवाड़ा क्षेत्र में अन्य तस्करों को बेचने जा रहे है, अगर उचित तलाशी की जाती है, तो तस्करों को भारी मात्रा में हेरोइन के साथ पकड़ा जा सकता है।

सुचना मिलते ही श्री खख ने तुरंत इस जानकारी को एस.एस.पी. कपूरथला श्री सतिंदर सिंह जी के साथ साझा कर काउंटर इंटेलिजेंस विंग और पुलिस स्टेशन सुल्तानपुर लोधी की पुलिस पार्टी की एक संयुक्त टीम स्थापित कर तस्करों को खेप के साथ गिरफ्तार करने के निर्देश देते हुए क्षेत्र में तेनात किया।

“निर्देशों के अनुसार, पुलिस पार्टी ने क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया और चेकिंग के दोरान उस टोयोटा इटिओस कार को सफलतापूर्वक रोक कर तीन तस्करों को पकड़ लिया। तलाशी के दौरान पुलिस दल ने विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए एक डॉक्टर किट में छुपाकर रखी गई 4०० ग्राम हेरोइन और 6 लाख ड्रग राशी बरामद कर उन्हें गिरफ्तार किया ”, श्री खख ने कहा ।

उन्होंने बताया कि सिटी फगवाड़ा पुलिस स्टेशन में इन तस्करों के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सबस्टेंस एक्ट, 1985 की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

ए.आई.जी. ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि पकड़े गए आरोपी सूरज कल्याण की प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि वह और उसका भाई सिकंदर पिछले कुछ सालों से ड्रग तस्करी के अवैध कारोबार में शामिल हैं। साल 2014 में दोनों भाइयों पर एक हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था और वह जेलों में बंद रहे है। सूरज को इस मामले से बरी कर दिया गया था और मई 2019 में उसे जेल से रिहा कर दिया गया जबकि उसके भाई को उस मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।

उन्होंने आगे कहा कि, जेल में सिकंदर कल्याण ने नाइजीरियाई तस्करों के साथ अपने संबंध विकसित किए और अपने भाई सूरज को दिल्ली के तस्करों से ड्रग्स खरीद कर बेचने का निर्देश दिया। उन्हें पहले भी 100 ग्राम की दो खेप मिल चुकी हैं और इन्हे बेचने के बाद, आज 400 ग्राम हेरोइन की यह खेप मिली थी।

ए.आई.जी. खख ने कहा कि सिकंदर कल्याण के बारे में उच्च जेल अधिकारियों के साथ सुचना को साझा किया गया और जेल के भीतर एक विशेष जाँच की गई। विक्टर के पास से मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किये गए है और इस संबंध में एक अलग मामला उसके खिलाफ जेल अधिनियम, 1894 की धारा के तहत दर्ज किया गया है।

ए.आई.जी. ने बताया कि गिरफ्तार तस्करों को पुलिस द्वारा मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा और पुलिस रिमांड की मांग की जाएगी जो इस मामले की जांच पूरी कर इस रैकेट के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया जा सके। रैकेट के किंगपिन सिकंदर कल्याण को भी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद, उपरोक्त एनडीपीएस अधिनियम मामले में गिरफ्तार किया जाएगा और पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा।