BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA
29 मार्च 2025 को शनि ढाई वर्षों बाद गोचर करेंगे और इसी दिन साल का पहला सूर्य ग्रहण भी लगेगा। शनि गोचर और सूर्य ग्रहण के दुर्लभ संयोग में जहां कुछ राशि वालों को लाभ मिल सकता है तो वहीं कुछ के लिए मुश्किलों का सामना भी करना पड़ सकता है।
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार साल 2025 का सबसे बड़ा राशि परिवर्तन 29 मार्च को होने जा रहा है और इसी दिन साल का पहला सूर्य ग्रहण भी होगा। 29 मार्च 2025 को शनि ढाई वर्षों बाद गोचर करेंगे और इसी दिन साल का पहला सूर्य ग्रहण भी लगेगा। शनि गोचर और सूर्य ग्रहण के दुर्लभ संयोग में जहां कुछ राशि वालों को लाभ मिल सकता है तो वहीं कुछ के लिए मुश्किलों का सामना भी करना पड़ सकता है।
आपको बता दें कि 29 मार्च को साल का पहला सूर्य ग्रहण देखने को मिलेगा। सूर्य ग्रहण लगने से इसका प्रभाव कुछ राशि वालों पर विशेष रूप से पड़ेगा। वहीं इसी दिन 30 साल बाद शनि गुरु की राशि मीन में गोचर करेंगे। शनि मीन राशि में करीब ढाई वर्षों तक रहेंगे जिस कारण से इनका प्रभाव कुछ राशि वालों पर लंबे समय तक रहेगा। शनिदेव सभी ग्रहों में सबसे मंद गति से चलने वाले ग्रह हैं। ये मकर और कुंभ राशि के स्वामी ग्रह होते हैं। वैदिक ज्योतिष में शनि को कर्मफलदाता और न्याय का देवता माना जाता है। शनि का मीन राशि में गोचर अच्छा नही माना जाता है। शनि के मीन राशि में गोचर करने से जहां कुछ राशि वालों के लिए परेशानियों का कारण बनता है तो वहीं देश-दुनिया के लिए यह अच्छा नहीं माना जाता है। आइए जानते हैं किन राशियों को ज्यादा सावधान रहने की जररूत होगी।
मेष राशि
29 मार्च को साल का पहला सूर्य ग्रहण और 30 साल बाद शनि दोबारा मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इससे मेष राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी। वैदिक ज्योतिष शास्त्र की गणना के मुताबिक मेष राशि वालों को शनि के गोचर करने कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। जब तक मेष राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती रहेगी इनको आर्थिक नुकसान, सेहत में गिरावट, नौकरी-व्यापार और करियर में तरह-तरह की बाधाओं क सामना करना पड़ेगा। ऐसे में ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। इसके अलावा 29 मार्च को सूर्य ग्रहण है जो आपके बारहवें भाव में होगा, जिससे आपके खर्चो में वृद्धि और तनाव की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों पर शनि के गोचर का नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा। इससे साथ सूर्य ग्रहण की घटना भी खास होगी जिस कारण से कुंभ राशि के जातकों को सतर्क रहने की आवश्कता होगी। कार्य में रुकावटें, धन हानि और बेवजह के लड़ाई-झगड़े में बढ़ सकते हैं। आपको जरूरी कामों में सावधानी बरतनी होगी। सूर्य ग्रहण का आपकी राशि से दूसरे भाव में होना परिवार में परेशानियां ला सकता है। इस दौरान आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा।
मीन राशि
मीन राशि में शनि का गोचर अच्छा नहीं कहा जा सकता है। सूर्य ग्रहण और 30 वर्षों बाद शनि का गुरु की राशि मीन में प्रवेश करना कुछ चुनौतियों को ला सकता है। सेहत संबंधित परेशानियों में इजाफा करवा सकता है। आर्थिक दिक्कतों में इजाफा और तनाव में वृद्धि ला सकता है। आपके आत्मविश्वास में कमी का सामना करना पड़ सकता है।