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प्रयागराज में महाकुंभ के चलते यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। जाम का असर सिर्फ शहर तक सीमित नहीं रहा, बल्कि वाराणसी, अयोध्या, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, जौनपुर, चित्रकूट और रीवा तक सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। भारी भीड़ के कारण श्रद्धालु मजबूरी में पैदल ही संगम की ओर बढ़ रहे हैं।
शनिवार को एकादशी के अवसर पर उमड़ी अपार भीड़ ने शहर की सड़कों पर कई किलोमीटर लंबा जाम लगा दिया। अगले दिन रविवार होने से संगम स्नान के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब और बढ़ गया, जिससे हालात और भी खराब हो गए। इस जाम का असर आम नागरिकों से लेकर व्यापारियों तक हर किसी पर पड़ा।
सबसे ज्यादा मुश्किलें शादी-विवाह आयोजनों को झेलनी पड़ीं। भारी जाम के कारण बारातें समय पर नहीं पहुंच सकीं, जिससे कई परिवारों को अपनी शादियां टालनी पड़ीं। इससे न सिर्फ परिवारों को आर्थिक और मानसिक परेशानी हुई, बल्कि शादी से जुड़े व्यवसायों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा। प्रयागराज में शादी-विवाह के लिए पहले से बुक गेस्ट हाउस, बैंक्वेट हॉल और विवाह गृहों में आयोजनों को रद्द करना पड़ा। बारातियों का समय पर न पहुंच पाना, बैंड-बाजा, कैटरिंग और हलवाइयों की सेवाएं बाधित होने के कारण परिवारों को बड़ा आर्थिक और मानसिक झटका लगा। कई परिवारों ने मजबूरी में विवाह की तारीख आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। स्थानीय निवासी राकेश तिवारी, जिनकी बेटी की शादी शनिवार को होनी थी, ने बताया, “हमने महीनों पहले तैयारियां कर ली थीं, लेकिन जाम के कारण न बैंड पहुंचा, न बाराती। मजबूरी में हमें शादी टालनी पड़ी।” इसी तरह, कई अन्य परिवारों को भी इस समस्या का सामना करना पड़ा।