IDP कंपनी की एक ओर गिनौनी करतूत आई सामने

BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA 

विदेश जाने वाले युवाओं के करोड़ों रुपए कालेज बंद होने के नाम पर ठगने के आरोपो के बाद IDP कंपनी का एक

ओर घटिया काम सामने आया है। जिसमें IDP ने अब नक़ली आईल्टस का खेल खेलकर कई बच्चों की ज़िंदगी दांव पर लगा दी है। नक़ली आई लेट्स करके कई बच्चे विदेशों में पक्का वीज़ा भी हासिल कर चुके है। जिनकी जाँच के बाद पुलिस बढ़ा एक्शन लेने जा रही है।

IDP Education: पंजाब में IELTS पास करवाने के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। इस रैकेट में IDP Education का नाम सामने आया है। पता चला है कि विदेश भेजने के नाम पर IDP Education से जुड़े एजैंट 2 से 3 लाख रुपए लेकर IELTS पास करवाते रहे हैं। पुलिस ने इस रैकेट का खुलासा किया है।

जानकारी के मुताबिक लुधियाना में IELTS पास करवाने वाले रैकेट का भंडाफोड़ पुलिस ने किया है। आरोपी IELTS पास करवाने के लिए उम्मीदवारों से 2 से 3 लाख रुपए लेते थे। साहनेवाल पुलिस के अनुसार एक IELTS केंद्र का मालिक ही इस रैकेट का संचालन कर रहा था।

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एक्जाम में देते थे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
बताया जा रहा है कि सेंटर का मालिक उम्मीदवारों को पैसे के लिए परीक्षा हॉल में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मुहैया करवा देता था और IELTS परीक्षा को हल करवा देता था। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 12 इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए हैं। पुलिस के मुताबिक इस पूरे खेल में IDP Education के एजैंट शामिल हैं।

पुलिस के मुताबिक IDP Education के एजैंट ने हाल ही में हुए टेस्टों में भी आरोपियों ने उम्मीदवारों की मदद की थी। पुलिस के मुताबिक, अगर टेस्ट में 6 या इससे ज्यादा बैंड मिलते हैं तो आरोपी हर उम्मीदवार से 2 लाख से 3 लाख रुपए वसूल करता था। आरोपी ने खन्ना में आयोजित IELTS परीक्षा में भी कुछ उम्मीदवारों की मदद भी की थी।

पुलिस ने किया काबू
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोगा के ग्राम रोड निवासी दिलबाग सिंह, मोगा के ग्राम संगतपुरा निवासी हरसंगत सिंह और जसप्रीत सिंह के रूप में हुई है। श्री मुक्तसर साहिब का निवासी मुख्य सरगना गुरभेज सिंह की गिरफ्तारी अभी बाकी है। गुरभेज सिंह श्री मुक्तसर साहिब में मास्टर्स IELTS और इमिग्रेशन सेंटर चलाते हैं।

एडीसीपी सिटी 2 सुहैल कासिम मीर ने कहा कि साहनेवाल पुलिस ने एक गुप्त सूचना के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया और 5 इलेक्ट्रॉनिक सिम डिवाइस, 7 ईयर ब्लूटूथ डिवाइस, 5 मोबाइल फोन, एक मारुति सुजुकी स्विफ्ट कार, एक मारुति सुजुकी स्विफ्ट कार बरामद की।

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थाना साहनेवाल के एसएचओ इंस्पेक्टर अमनदीप बराड़ ने बताया कि गुरभेज सिंह उम्मीदवारों को उनकी कोड भाषा में ईयर ब्लूटूथ डिवाइस, ‘मक्खी’ प्रदान करवा देता था। जांच में सामने आ रहा है कि आईडीपी अंतरराष्ट्रीय कंपनी (IDP Education) के कर्मचारियों की भी कही न कही मिलीभगत सामने आ रही है। कर्मचारी हॉल के अंदर इलेक्ट्रॉनिक सिम डिवाइस भेजने का काम करवाते थे। वे उपकरणों को बेंचों के नीचे चिपका देते थे।

इन सेंट्ररों पर की उम्मीदवारों की मदद
पुलिस के मुताबिक गुरभेज सिंह और उनके सहयोगी केंद्र के बाहर बैठकर परीक्षा हल करते थे। आरोपी ने कबूल किया कि उन्होंने लुधियाना, खन्ना, अमृतसर, गुरदासपुर, कपूरथला और मोगा में परीक्षा को हल करने में उम्मीदवारों की मदद की थी। उन्होंने विभिन्न विभागों में सरकारी नौकरियों के लिए सरकार द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं और अन्य परीक्षाओं में प्रश्न पत्रों को हल करने में भी उम्मीदवारों की मदद की है।

आपको बता दें कि इससे पहले जालंधर में IDP Education पर करोड़ों रुपए की ठगी का आरोप लगा है। ये आरोप पंजाब के अलग-अलग शहरों में रहने वाले 50 से ज्यादा छात्रों ने लगाए हैं। यही नहीं, पिछले दिनों इन छात्रों ने जालंधर में डीसी दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन करते हुए IDP Education के खिलाफ डीसी को शिकायत दी है। मांग की है कि सभी छात्रों के पैसे वापस करवाए जाएं औऱ फ्राड कर रहे IDP Education पर एफआईआर दर्ज की जाए।

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IDP Education से ठगी का शिकार हुए छात्रों ने बताया कि बंद कालेज के नाम पर जालंधर ट्रैवल एजैंटों ने फीस के नाम पर लाखों रुपए की ठगी की है। बाद वह वापस आ गए। नियमानुसार इन कालेजों से 45 दिन के अंदर यहां पर जमा की गई फीस वापस करनी होती है लेकिन वह फीस भी वापस नहीं की जा रही है।