BURNING NEWS✍️Rajesh Sharma
एक तो क़ब्ज़े की जगह ऊपर शहर में माहौल ख़राब करने के लिए सड़कों पर शराब पिलाने का काम ज़ोरों पर है। वो भी सरकारी ज़मीन के अंदर। जी हाँ से हाल है जालंधर की मक़सूदा मंडी के अंदर बने ढाबे का जो दिन में तो ढाबे का रूप है पर रात के समय वो अपना रूप बदलकर अहाते का रूप धारण कर लेता है। शहर की मक़सूदा मंडी में स्थित सतनामिए का ढाबा जो दिन में लोगों को रोटिया ही खिलाता है पर जैसे ही शाम होती है वहा शराब पीने वाले गाड़ियों में आकर महफ़िल लगानी शुरू कर देते है। एक तो ढाबे के बाहर सरकारी ज़मीन पर क़ब्ज़ा कर लिया गया है जो ढाबे का आधे से ज़्यादा सामान सरकारी ज़मीन पर होता है। हाल ये होता है कि वहा लोग गाड़ियाँ सड़क के अंदर सरकारी सब्ज़ी मंडी में ढाबे की आड़ में ले जाते हैं ओर गाड़ी में बैठे शराब पीते है।जो सारा कुछ ढाबा मालिक की शह पर होता है। कुछ दूरी पर पुलिस का नाका ओर थाना मक़सूदा है। पर सतनामिए ढाबे के पास तो शराब पिलाने का लाइसेंस जालंधर पुलिस के द्वारा ही दिया गया है। शराब पीकर रोज़ाना लोग वहा हुलड बाज़ी करते नज़र आते है।