BURNING NEWS✍️Rajesh Sharma
जीवन का सबसे बड़ा सत्य मृत्यु है। जिसने इस मृत्यु लोक में जन्म लिया है उसे एक ना एक दिन तो मरना ही होगा। दुनिया के हर इंसान के मन में कभी न कभी यह प्रश्न अवश्य उठता है कि आखिर जीवन और मृत्यु का रहस्य क्या है ,जब भी मन में मृत्यु का ख्याल आता है या किसी शवयात्रा को गुजरते हुए देखते हैं तो रोमांचित हो जाते हैं। (Before Death Signs) आखिर यह मृत्यु क्या है। मृत्यु के विषय में दुनियाभर में अलग-अलग तरह की बातें और मान्यताएं प्रचलित हैं। इस तरह कि मान्यताओं और धारणाओं में से अधिकांश काल्पनिक होती हैं लेकिन कुछ सच भी होती हैं। आज हम आपको मौत से जुड़े ऐेसे संकेत बताने जा रहे हैं जो मृत्यु से पहले हर इंसान के यमराज देते हैं। जानिए क्या हैं मौत के लक्षण- इंसान को धरती पर पैदा होने के बाद 4 संदेश परमात्मा की तरफ़ से दिए जाते हैं अब इंसान उसे समझें या ना ये उस पर निर्भर है।
उसकी मृत्यु होना भी निश्चित ही है। इस सच को कोई नहीं बदल सकता, लेकिन कब हमारी मृत्यु हो सकती है, इसका पता पहले ही लग जाता है। माना जाता है कि यमलोक के दूत हर इंसान को उसकी मौत से पहले यमराज के 4 संदेश भेजते हैं, जिनसे यह समझा जा सकता है कि अब उसका अंतिम समय आने वाला है।
अपने एक भक्त इंसान को वचन दिया था कि वे हर किसी के मौत से पहले ही 4 संकेतों से जरिए इसकी सूचना भेजेंगे, ताकि लोगों को पता हो जाए कि उसकी मृत्यु कब होने वाली है और उस बीच में वह अपने सारे अधूरे काम कर सके।
एक समय की बात है, यमुना के किनारे अमृत नाम का व्यक्ति रहा करता था। वह यम देवता की दिन-रात पूजा किया करता क्योंकि उसे अक्सर अपनी मौत का भय सताता रहता था। यमराज, इंसान की तपस्या से प्रभावित हुए और उसके सामने प्रकट होकर वरदान मांगने को कहा।
यमराज से अमरता का वरदान मांगा
जिसे सुनकर यमराज ने उसे समझाया कि जिसने जन्म लिया है, उसे मरना ही है। कोई भी मनुष्य मृत्यु से बच नहीं सकता। यमराज की यह बात सुनकर इंसान ने उनसे कहा कि अगर मौत को टाला नहीं जा सकता, तो कम से कम जब मौत मेरे बिल्कुल करीब हो, तो मुझे पता चल जाए ताकि मैं अपने परिवार के लिए कुछ प्रबंध कर सकूं।
इसके बाद यमराज ने इंसान को मौत की पूर्व सूचना देने का वादा कर दिया। यम ने इसके बदले में इंसान से कहा कि वह भी वादा करे कि जैसे ही उसे मृत्यु का संकेत मिलेगा, वह संसार से विदा लेने की तैयारी करना शुरू कर देगा। यह कहने के बाद यमराज अदृश्य हो गए। ऐसे ही साल बीतते गए और इंसान ने यम के वादे से आश्वस्त होकर सारी साधना छोड़कर विलासितापूर्ण जीवन जीना शुरू कर दिया। मौत की अब उसे ज़रा भी चिंता नहीं होती थी, धीरे-धीरे उसके बाल सफेद होने लगे।
फिर उसकी आंखों की रोशनी भी कमजोर हो गई। फिर भी अभी तक उसे कोई यमराज का कोई संकेत नहीं मिला। इसी तरह, कुछ साल और बीत और अब वह बिस्तर से उठने में भी असमर्थ हो गया, उसका शरीर बिल्कुल लकवाग्रस्त जैसी स्थिति में पहुंच गया। लेकिन उसने मन ही मन यम को मौत का कोई संकेत न भेजने के लिए धन्यवाद दिया। एक दिन वह हैरान रह गया, जब उसने अपने पास यमदूतों को देखा। यमदूत उसे यमराज के पास ले गए। तब इंसान ने यमराज से कहा कि आपने तो मृत्यु से पहले मुझे कोई भी संकेत नहीं