श्रीमन अस्पताल ने इलाज नहीं किया तो एंबुलेंस में तडपकर हुई मरीज़ की मौत,देखें दर्दनाक वीडियो

BURNING NEWS✍️Rajesh Sharma

लोगों की जान बचाने के लिए जालंधर में खुले प्राईवेट अस्पताल ही अब लोगों की जान के दुश्मन बन गए है।

जालंधर के श्रीमन  अस्पताल में आज अस्पताल प्रबंधको की लापरवाही से बुजुर्ग की मौत हो गई। 85 वर्षीय रिटायर्ड सूबेदार की आज शाम को पठानकोट बाईपास स्थित श्रीमन अस्पताल में इलाज करने से मना करने से अस्पताल की एंबुलेंस में तड़प तड़प कर मौत हो गई। मृतक की पहचान हंसराज उम्र 85 वर्ष निवासी अमर नगर के रूप में हुई है। हैरानी वाली बात यह है कि एंबुलेंस में करीब 20 मिनट तक तड़पता रहा लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे देखने तक नहीं आए जिसकी करीब 20 मिनट के बाद एंबुलेंस में ही मौत हो गई। मृतक के रिश्तेदार सुधीर कपूर ने बताया कि आज शाम को

हंसराज को सांस लेने में दिक्कत हुई थी जिसके चलते 6:30 बजे के करीब पठानकोट बाईपास स्थित श्रीमन अस्पताल लेकर गए लेकिन वहां पर डॉक्टरों ने एडमिट करने से मना कर दिया वह काफी देर तक डॉक्टरों से रिक्वेस्ट करते रहे की मरीज को अस्पताल में एडमिट की जाए परंतु अस्पताल प्रशासन ने मरीज को एडमिट करने की बजाय सुरक्षा गार्ड को आगे भेज कर यहां से कहीं और ले कर जाने की बात करने लगे जिसको लेकर काफी देर तक हंगामा होता रहा और इसकी सूचना थाना नंबर आठ की पुलिस को दी गई परंतु तब तक मरीज की एंबुलेंस में ही तड़प तड़प कर मौत हो गई। मृतक के रिश्तेदार सुधीर कपूर ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए प्रशासन से मांग की है कि ऐसे डॉक्टरों की मान्यता रद्द कर कार्रवाई करने की मांग की है।