BURNING NEWS✍️Rajesh Sharma
पंजाब सरकार के स्कूल खोलने के फ़ैसले को रोज़ ग़लत साबित होता देखा जा रहा है। सरकार ने स्कूल तो खोले पर बच्चों के स्कूल आने पर लग रही भीड़ को कैसे कंट्रोल किया जाए उसका कोई फ़ैसला नहीं लिया गया। सरकारी स्कूलों में आने वाले बच्चे एक ही क्लास में भीड़ में बच्चों के साथ बैठनेको मजबूर हैं। कारण स्कूलों में ज़्यादा खुली जगह ना होना। वहीं जालंधर में कोरोना के क़हर में जहां रोज़ाना पीड़ितों की संख्या बढ़ती जा रही है वहीं बस्ती दानिशमंदा सरकारी स्कूल की दो टीचर कोरोना पोस्ट्वि आई है। जिसमें टीचरों के साथ स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक भी डर के माहौल में है। जो स्कूलों में उच्चाधिकारियों ने मात्र व्यवस्था सुधारकों आदेश ही दिए हैं पर ज़मीनी स्तर पर उन पर अमल करना मुश्किल है। क्योंकि छोटी बिल्डिंग में इतने बढ़ी गिनती में बच्चों को पढ़ाना टीचरो की ज़िन्दगी से भी खिलवाड़ हो रहा है।