BURNING NEWS✍️Rajesh Sharma
कोरोना वायरस का कहर देश में लगातार जारी है। महाराष्ट्र के हजूर साहिब में फँसे श्रद्धालुओं को पंजाब में अपने घरों तक पहुँचाने का फ़ैसला पंजाब सरकार के लिए सिर दर्द बन गया है। पंजाब सरकार के फ़ैसले से पंजाब के लोग भी दहशत में आ गए है। हजूर साहिब से वापिस आ रहे श्रद्धालुओं में कोरोना पोसिटिव होने से पंजाब के कई जिसे इसकी चपेट में आ गए है।
हजूर साहिब से आए यात्रिओ के जत्थे में एक ही परिवार के तीन लोगकोरोना पॉजिटिव आए है। जिनमे एक 11 साल की लड़की भी शमिल
जिसकी पुषटि कपूरथला की सिविल सर्जन डॉक्टर जसमीत कोर बाबा ने की है।
बावा ने जानकारी देते हुए बताया की यात्रिओ को पहले फगवाड़ा के सिविल-अस्पताल में भर्ती करवा कर जाँच के लिए सैंपल लिए गए थे।
जिन में तीन की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
उन तीनो को कपूरथला सिविल अस्पताल रैफर किए गए बाकी यात्रियों को फगवाड़ा के अस्पताल में ही कोरनटाउन किए गए है।
हजूर साहिब से श्रद्धालुओं को वापिस बुलाने का फ़ैसला सही या ग़लत:
देश विदेश में लोग फँसे है कईयों को मौत होने पर भी कही जाने आने की इजाज़त नहीं है पर इसी बीच पंजाब सरकार ने महाराष्ट्र से लोगों को पंजाब में वापिस बुलाया जहाँ महाराष्ट्र पहले से ही देश में सबसे ज़्यादा कोरोना का कारण बना हुआ है। वहाँ से लोगों को बुलाकर पंजाब में कोरोना वायरस को ओर बढ़ावा देना पंजाब सरकार के इस फ़ैसले को ग़लत ठहरा रहा है। लोगों का कहना है कि हर राज्य में लोग फँसे है पर किसी को दूसरे राज्य से निकालकर कईयों की जान से खेलना ग़लत है।