BURNING NEWS✍️Rajesh Sharma
जिला प्रशासन की ठीक नाक के तले लगभग 500 एकड़ जमीन पर अवैध कालोनियों का निर्माण हो जाता है, मगर प्रशासन को कानों-कान खबर ही नहीं होती है। सुनने में बेहद अजीब लगता है, मगर कामीनी हकीकत यही है। बर्निंग नयूज के पास जागरूक पाठको द्वारा भेजे गए सबूतों के आधार पर साफ हो जाता है, कि कैसे जालंधर कैंट के आस-पास इलाकों में कुछ ही सालों में कैसे एक शातिर व्यक्ति द्वारा धीरे-धीरे अवैध कालोनियों काटकर एक बड़ा काला साम्राज्य कायम कर लिया गया। जागरूक पाठक द्वारा बताए अनुसार उक्त व्यक्ति कुछ साल पहले कैंट का एक मामूली पैलेस मालिक हुआ करता था। मगर न जाने उसके हाथ ऐसी कौन सी जादुई छड़ी आ गई। जिससे उसने कैंट के आस-पास दीप नगर, गांव परागपुर, गांव बडि़ंग, सोफी पिंड, नंगल करारखां, रहिमानपुर आदि के पास कई सौ एकड़ों जगह गल्त ढंग से बतौर कालोनी का रूप देकर भोली-भाली आम जनता को लूटने का काम कर लिया। आम जनता को कौडिय़ों के भाव में खरीदी गई जगह को लाखों रूपए की बताकर बेचा गया और उनकी जेब पर मोटा डाका डाला गया। इतना ही नहीं एक भी कालोनी को संबंधित विभाग से अप्रूव करवाए बिना ऐेसे ही बेचकर सरकार के राजस्व में भी करोड़ों रूपए का डाका डाला गया।
सूत्रों के अनुसार उक्त व्यक्ति इतना शातिर और मास्टर-मार्ईंड है कि जिन जमीदांरों से जगह खरीदी गई, उनको भी आज तक पूरा भुगतान नहीं किया गया। और बैंकों से भी लाखों-करोड़ों रूपए का लोन गल्त ढंग से लेकर पब्लिक-मनी भी डकार ली गई।
अधिकारियों की सांठ-गांठ से खेला पूरा खेल
जिस तरह से लगभग 500 एकड़ जमीन को अवैध ढंग के कालोनियों के रूप में काटकर सरकार को मोटा चूना लगाया गया है। उसको देखते हुए यह कहना गल्त नही होगा कि संबंधित विभागों के अधिकारियों की सांठ-गांठ से ही इस खेल को खेला गया है। वैसे जिस जागरूक पाठक ने सबूतों सहित सारी जानकारी प्रदान की है। उसको देखते हुए यह कहना गल्त नहीं होगा, कि अगर इस मामले की गहन पड़ताल करवाई जाती है, तो मोटा घोटाला सामने आ सकता है। जिसकी आंच में कई बड़े अधिकारी भी झुलस सकते हैं।
सीबीआई जांच के लिए दायर की जा सकती है याचिका
इतने बड़े स्तर पर हुए अवैध निर्माण को लेकर प्रशासन द्वारा आंखे मूंदने की बात किसी को भी हजम नहीं हो सकती है। सूत्रों के अनुसार एक स्वयंसेवी संगठन द्वारा जल्दी ही सरकार के पास एक जनहित याचिका डाली जा रही है। जिसमें इस पूरे घोटाले की सीबीआई जांच करवाने की मांग की जा सकती है।
जुए और बैटिंग का भी शौकीन है उक्त शातिर खिलाड़ी
लोगों के पैसों से शानो-शौकत वाली किांदगी जीने वाले उक्त शातिर खिलाड़ी के बारे में एक और बेहद चौंकाने वाली बात सामने आई है, कि यह जुए और बैटिंग का भी शौकीन है। साल 1990 से ही अपने इस शौक की पूर्ती करने के लिए वह सैकड़ों लोगों के साथ जालसाजी और धोखाधड़ी करके उन्हे करोड़ों रूपए का चूना लगा चुका है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आज के समय में भी यह व्यक्ति जुए के पैसे चुकाने के लिए बाकाार का 4-5 करोड़ का देनदार है।
फिल्हाल इस शातिर खिलाड़ी की थोड़ी जानकारी दी जा रही है। जल्दी बर्निंग नयूज के द्वारा अपने पाठकों के सामने इसके कई और बड़े राजों का पर्दाफाश किया जाएगा। जिसमें हर अवैध कोलानी की फोटो व सबूतों सहित खबरें प्रकाशित की जाएंगी, ताकि कुंभकर्णी नींद सोया प्रशासन जाग सके।
500 एकड़ जमीन पर अवैध कालोनियां काटकर प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने वाले शातिर खिलाड़ी के कारनामों की लिस्ट दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। जहां एक तरफ प्रशासन की ठीक नाक के तले अवैध कालोनियां काटी जा रही हैं। वहीं दूसरी तरफ भोली-भाली जनता को ठगने के लिए शातिर खिलाड़ी ने अप्रूवड कालोनी के बोर्ड तक लगवा दिए हैं। जबकि जमीनी हकीकत यह है कि उसकी तरफ से केवल प्रशासन के पास प्रोजैक्ट पास करने के लिए फाईल ही जमा करवाई गई है, मगर उसका प्रोजैक्ट अभी तक अप्रूव नहीं किया गया है। शातिर खिलाड़ी ने बड़े-बड़े बोर्ड लगाकर अपनी सारी जमीन को सही दर्शाते हुए बाकायदा तौर पर बुकिंग तक आरंभ कर दी है। मगर जिस जगह पर (जीटी रोड) उक्त प्रोजैक्ट बनाया जा रहा है। उसके पीछे सारी जमीन अवैध है। इस तरह से वह बड़ी सफाई के साथ अवैध प्रोजैक्ट को वैध दर्शाते हुए लोगों के साथ जालसाजी कर रहा है।
कीमती मानव जीवन की भी नहीं कोई परवाह, बिना नींव के बना डाले कई मकान
शातिर खिलाड़ी को कीमती मानव जीवन की भी रत्ती भर परवाह नहीं है। सूत्रों की मानें तो उक्त खिलाड़ी ने बहुत से प्रोजैक्टों में बिना नींव खोदे केवल घास को काटकर ही मकान खड़ा कर दिए। जो किसी भी समय गिर सकते हैं, और भयानक दुर्घटना घट सकती है। जिसमें किसी की जान तक जा सकती है।
लेनदारों को कौडियों के काम वाली जमीन लाखों में देकर कर रहे धोखा
शातिर खिलाड़ी की कार्यशाली इतनी बढिय़ा है, कि करोड़ों रूपए की देनदारी होते हुए भी उसके माथे पर शिकन तक नहीं आती है। क्योंकि जैसे ही कोई लेन-दार उसके ऊपर दबाव बनाता है, वह अपनी कौडिय़ों के दाम वाली जमीन को लाखों की बताकर उनके गले मड़ देता है। लेनदार इस बात को सोचकर संतोष कर लेते हैं, कि भागते भूत की लंगोटी ही सही। क्योंकि इससे पैसे निकलवाना किसी टेढ़ी खीर के सामन है।
500 एकड़ जमीन पर अवैध कालोनियां काटकर शहर के नामी बिल्डरों का सरताज बनने वाले नामी खिलाड़ी द्वारा हाल ही में 2 नई कालोनियां काटकर करोड़ों रूपए की अवैध राशी अंदर की गई है। बर्निंग नयूज के जागरूक पाठक द्वारा उपलब्ध करवाई गई जानकारी एवं सबूतों के आधार पर यह कहना गल्त नहीं होगा, कि पूर्व में काटी गई अवैध कालोनियों से कमाई गई काली कमाई के नशे में चूर उक्त शातिर खिलाड़ी ने बिना किसी कानून की परवाह किए सारे नियमों को ताक रखते हुए अपने पैलेस को तोडक़र उसकी जगह रिहायशी व कर्मशियल प्लाट काट दिए। इसके साथ ही अपने पैलेस के सामने भी तीन मंजिला अवैध दुकाने बनाकर बेच डाली।
सूत्रों के अनुसार 40 लाख रूपए की लागत से 56 दुकानें बेचकर मोटी कमाई की गई है। शातिर खिलाड़ी के काम करने का स्टाईल इतना फिल्मी है, कि वह अच्छे-भले आदमी की आंखों में बड़ी आसानी से धूल झोंक देता है।
आपको याद होगा कि कई साल पहले कादर खान और शक्ति कपूर की एक फिल्म आई थी बाप नंबरी – बेटा दस नंबरी। ठीक उसी फिल्म की तर्क पर हर तरह के गैरकानूनी कामों को अंजाम देने वाले बाप-बेटा लोगों को दिखाने के लिए पूरी शानो-शौकत मेनटेन करते हैं। महंगी लग्ज़री गाडिय़ों में घूमकर भोली-भाली जनता के ऊपर प्रभाव डाला जाता है, कि उनके पैसे पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
लोगों की जमीन पर अवैध कब्ज़ा करने से भी गुरेज ने करने के लगे गंभीर आरोप
शातिर खिलाड़ी के हौंसले इतने बुलंद हो चुके हैं, कि वह अपने जमीन के साथ लगने वाली किसी अन्य व्यक्ति की जमीन पर अवैध कब्काा करने से भी गुरेज नहीं करते। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ऐसा ही एक मामला सोमवार को सामने आया जब कैंट निवासी एक व्यक्ति जिसकी जमीन जीटी रोड स्थित फोर्ड शोरूम के पीछे बडि़ंग में आती है, वह अपनी जमीन पर चारदिवारी करने लगा तो मौके पर शातिर खिलाड़ी दर्जनों लोगो को लेकर पहुंच गया और दावा किया कि उक्त जमीन उसकी है।
सूत्रों की मानें तो विवाद इतना बड़ गया कि मामला हाथापाई तक पहुंच गया। मामला इतना बड़ गया कि दोनों पक्ष थाने पहुंच गए। जमीन मालिक का कहना है कि उसके पास असली रजिस्ट्री है, जबकि शातिर खिलाड़ी के पास कुछ जाली एग्रीमैंट जैसे दस्तावेज हैं, जो कि सरासर गल्त है। इस पूरे मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों से अपने-अपने दस्तावेका पेश करने के लिए कहा है। मामले में दोनों पक्षों से बात करके उनका पक्ष लेना चाहा, मगर दोनों ने फिल्हाल कोई भी बात करने से साफ तौर पर इंकार कर दिया।
नई बनी कालोनियों की गहन पड़ताल में खुल सकते हैं बड़े राज
शातिर खिलाड़ी द्वारा हाल ही में काटी गई नई कालोनियों और अवैध रूप से बनाई गई दुकानों की अगर संबंधित विभाग द्वारा गहन पड़ताल की जाती है, तो कई बड़े राज खुल सकते हैं। और शातिर खिलाड़ी का साथ देने वाले अफसरों के चेहरों से भी नकाब उतर सकते हैं।