राजेश शर्मा की विशेष रिपोर्ट….
दो दिन से पंजाब में बूट वाला चर्चा में है। महंगे सूट का शौकीन बूट वाले का पुलिस कनेक्शन कााफी लंबा चौड़ा है, जिसमें करोड़ों अरबों रूपये के काले धन का खेल भी है। आयकर विभाग की टीम इस बूट वाले की पूरी चमड़ी उधेड़ रही है ताकि दमड़ी का लेखा जोखा मिल सके। आयकर विभाग ने बुधवार को ही बूट वाले को टाइट किया था और बकायदा उसके स्कूल की सारी क्लास खोलकर रख दी है ताकि स्कूल की दीवारों में लगे काले नोटों का ब्यौरा मिल सके।
बूट कंपनी वाला सूट बूट में घूमने वाला पुलिस अधिकारियों को अपनी उंगुलियों पर नचाता रहा है। डीजीपी से लेकर कांस्टेबल तक अपने आका की कम बूट वाले की खिदमत में घुटने ज्यादा टेकते हैं क्योंकि उनको पता है कि उनका काला धन यहीं पर खपाया जाना है।
बूट वाले ने हाल में जिमखाना चुनावों में अपना सिक्का चलाया और शहर का किंग बनने के सपने संजो रहा है। बूट वाले ने कई अफसरों के करोड़ों रुपये न केवल प्रापर्टी बाजार में निवेश किये बलकि विदेशों में भी काफी पैसे का अदान प्रदान किया।
बूट वाला कारोबार अब बाजार में चर्चा फैला रहा है कि जैसे पुलिस अधिकारियों को अपना गुलाम बना रखा है, आयकर विभाग वाले भी दो दिन बाद उसके भीतर मंडराते रहेंगे ताकि उनको शहद मिल सके। आयकर विभाग के लिए अब खुली चुनौती है कि अपनी साख बरकरार करनी है या देश व जनता के लूटे पैसे को वापस लाना है। क्योंकि यह वर्दी व लूट का खेल है, जिसमें बूट वाले ने खूब वारे न्यारे किये हैं। अब आयकर विभाग अगर मलाई के चक्कर में पड़ी तो निश्चित तौर पर यह पीएम नरिंदर मोदी द्वारा काले धन के खिलाफ मुहिम को बल मिलेगा।