BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA
थाने में तैनात महिला इंस्पेक्टर ने थाने में ऐसी कांड कर दिया कि पंजाब सरकार को महिला इंस्पेक्टर के खिलाफ कारवाई करनी पड़ी, इतना ही नहीं महिला इंस्पेक्टर पर मामला दर्ज करने के साथ पाँच अन्य पुलिसकर्मियों पर भी कारवाई हुई है। बताया जा रहा है कि मोगा के थाना कोटईसे खां में तैनात एस.एच.ओ. अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल सहित पांच लोगों के खिलाफ एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। इंस्पैक्टर अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल पर नशा तस्कर की मदद करने के इलजाम लगे हैं। बता दें कि एक अक्तूबर को अफीम बरामदगी के मामले में दर्ज किए गए केस में आज तब नया मोड़ आ गया, जब अर्शप्रीत कौर खुद मामले में नामजद आरोपी अमरजीत सिंह उर्फ सोनू के भाई व बेटे को बचाने के मामले में लाखों रुपए की रिश्वत लेने के मामले में घिर गई।
जानकारी के अनुसार डी.एस.पी. धर्मकोट पुलिस कर्मचारियों के साथ कोटईसे खां में मौजूद थे। इस दौरान सूचना मिली कि एक अक्तूबर को दर्ज मामला जिसमें 2 किलो अफीम दिखाई गई है और अमरजीत सिंह सोनू को नामजद किया गया है परंतु असलियत में उसके भाई मनप्रीत सिंह व बेटे गुरप्रीत सिंह भी साथ थे जिनसे 3 किलो अफीम बरामद हुई है। इंस्पैक्टर अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल, मुख्य मुंशी गुरप्रीत सिंह कोटईसे खां व राजपाल सिंह मुख्य मुंशी पुलिस चौकी बलखंडी ने आपस में मिलकर किसी व्यक्ति के माध्यम से 8 लाख रुपए में सौदा कर 5 लाख रुपए हासिल किए तथा मामला अमरजीत सिंह पर कर दिया।
इस मामले में थाना कोटईसे खां में अब एस.एच.ओ. अशप्रीत कौर ग्रेवाल, हवलदार गुरप्रीत सिंह, हवलदार राजपाल सिंह, मनप्रीत सिंह व गुरप्रीत सिंह के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। डी.एस.पी. रमनदीप सिंह के बयानों के आधार पर हुए इस केस में थाना कोटईसे खां की पुलिस द्वारा अग्रिम जांच की जा रही है जबकि आरोपियों की गिरफ्तारी बाकी है।