BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA
ट्रैवल एजेंट के चक्कर में पकड कुछ युवकों की जान पर बन आई है, बताया जा रहा है कि सूत्रों के अनुसार जालंधर एक ट्रैवल एजेंट का इसमें शामिल होना बताया जा रहा है। बेहतर भाविश की खातिर बहुत
से नौजवान आज भी विदेशों की धरती पर अपना अच्छा भाविश खोज रहे है । मामला विदेशी धरती रशिया से है यहां पंजाब से गए नौजवानों के लिए ट्यूरेस्ट वीज़ा से विदेश जाना महंगा पड़ गया । यहां उन्हें धोखे से यूक्रेन भेजने की तयारी की जा रही है जिससे नौजवानों में डर है की उन्हें जान का खतरा है और उनकी मदद की जाए ताकि वे वापस भारत आ सके ।
वाइव ओवर — बेहतर भाविश के लिए पंजाब के नौजवान अक्सर विदेशों की तरफ अपना रुख अपना रहे है जिससे कई बार नौजवान फस जाते है। ऐसा ही एक मामला पंजाब के जिला हुशियारपुर के गांव हाल्टा से है यहां के नौजवान गुरप्रीत सिंह जो विदेश में में सेटल होने के लिए पिछले लंबे समय से अपनी ट्रैवल हिस्ट्री तैयार कर रहा था जिसके लिए वे कई बार अलग अलग जगहों का विदेशी दौरा कर चुका है । लेकिन इस बार का टूर गुरप्रीत सिंह के लिए आफत बन गया । गुरप्रीत सिंह घर से रशिया के लिए 27/12/23 को निकला था । 90 दिन के वीजे में रशिया कानून मुताबिक उन्हें केवल 16 दिन ही रहना था जिसकी जानकारी मुताबिक वे बिना जानकारी से वे बेलारूस के लिए निकल गए यहां उन्हें पुलिस ने बिना वीजा के उन्हें पकड़ वापस रशिया पुलिस हवाले कर दिया । यहां उन्हें बिना वीजा के चलते पुलिस ने डरा धमका कर एग्रीमेंट साइन करवा लिया कि अगर आपने 10 साल के लिए जेल नही जाना तो आप रशिया आर्मी ज्वाइन करे । जिससे मौके पर गुरप्रीत व अन्य ने आर्मी ज्वाइन कर ली और उन्हों 15 दिन की आर्मी ट्रेनिंग दी लेकिन अब उन्हें यह डर सता रहा है कि उन्हें एक दो दिन में यूक्रेन भेज दिया जायेगा । जिससे उन्हें अपनी जान का खतरा है । अब जब गुरप्रीत एक ट्रेनिंग कैंप में है और उन्हें जब यूक्रेन लड़ाई में भेज दिया जाए । गुरप्रीत के भाई व चचेरे भाई मुताबिक उन्हें भाई को भारत लाने के लिए सरकारों उनका साथ दे कियूंकि उन्हें जबरन व धक्के से यूक्रेन भेजा जा रहा है । वही विदेश से गुरप्रीत सिंह के साथ गगनदीप सिंह ने फोन पर अपनी कहानी बताई के कैसे उन्हें इस काम में झोका जा रहा है जब की वे डरे हुए हैऐसा कोई पहली बार नही बल्कि अनेको बार देखा गया है की ऐसे नौजवान विदेशों केलिए जाने के लिए अलग अलग हथकंडे अपनाते है । जिसके लिए केवल कानून ही नहीं बल्कि खुद उन नौजवानों को भी सोचने की जरूरत है