BURNING NEWS RAJESH SHARMA
पिछले लंबे समय से कई मरीज़ों का सफलतापूर्वक इलाज करने व कई कीर्तिमान स्थापित करने वाले NHS अस्पताल कपूरथला रोड ने एक बार फिर से एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है,
जालंधर निवासी राजेंद्र नाथ पुरान जिनकी उम्र तक़रीबन 90 साल है को पिछले कुछ दिनों से साँस की तक़लीफ चलने में दिक़्क़त और ब्लड प्रेशर कम रहता था। जब उन्होंने NHS अस्पताल के डॉक्टर साहिल सरीन को दिखाया तो पता लगा के उनके दिल का एक आयोटिक वाल्व ख़राब है। आम तौर पे इस वाल्व के ख़राब होने पर छाती की हड्डी काटकर बाईपास की तरह ऑपरेशन किया जाता है और वॉल को बदला जाता है।
पर डॉक्टर साहिल सरीन कार्डियोलॉजिस्ट NHS हस्पताल व उनकी टीम ने दोआबा में पहली बार बिना ऑपरेशन के तार के माध्यम से नया वॉल्व उसकी जगह पर फ़िट कर दिया। उन्होंने बताया कि इस तकनीक में टाँग कि खून की नाड़ी में एक सुई जितना छेद करके उसमें से तार डालते हैं जो अंदर ही अंदर हार्ट के वाल्व तक पहुँचती है और वहाँ पर कैथ लैब मशीन से देखकर नया वॉल्व लगा दिया जाता है। इस नवीन टेक्नोलॉजी को ट्रांसकैथेटर वाल्व रिप्लेसमेंट(TAVI) कहा जाता है। यह जालं दोआबा क्षेत्र का पहला केस है इससे भविष्य मे एन एच एस अस्पताल मे सही मरीजों मे बिना ओप्रशन के दिल के वेल्व का इलाज़ संभव होगा |तक़रीबन 45 मिनट के प्रोसीजर के बाद मरीज़ बिलकुल ठीक है और उसे अगले दिन छुट्टी मिल गई।
एक प्रेस वार्ता में हमें अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर शुभांग अग्रवाल, डॉक्टर संदीप गोयल व डॉक्टर नवीन चितकारा ने बताया कि कि NHS अस्पताल का कार्डियक विभाग हर तरह की जटिल इलाज करने में सक्षम है वहाँ नवीनतम तकनीकी मशीनों से ला लेस है।
डॉक्टर साहिल ने बताया की मरीज़ की हालत स्थिर है। इस नए और सुरक्षित तकनीक के उपयोग से, अब हम बिना बड़े ऑपरेशन के भी दिल के वाल्व की स्थिति को सुधार सकते हैं और इस प्रगति के साथ, हम आने वाले दिनों में और अधिक रोगियों को इस तकनीक का उपयोग करके उनके दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते है |