BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA
विरोधी पक्ष द्वारा तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर लोगों को गुमराह करने की सख़्त आलोचना करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि विरोधी नेता बुरी तरह से बोखलाए हुए हैं क्योंकि यह नेता नौजवानों को नौकरियाँ मिलने की ख़ुशी में उनके खिलते चेहरे बर्दाश्त नहीं कर सकते।
आज यहाँ पंजाब पुलिस के 560 सब-इंस्पेक्टरों को नियुक्त पत्र बाँटने के लिए करवाए गए समागम के दौरान संबोधन करते हुए मुख्यमंत्री ने इस भर्ती के मसले पर हो-हल्ला मचाने वाले नेताओं को आड़े हाथों लिया। भगवंत मान ने कहा, ‘‘मैंने हमेशा पंजाब को देश का अग्रणी राज्य बनाने के सपने संजोए हैं। मुझे पंजाब और पंजाबियों के प्रति मोहब्बत का दिखावा करने के लिए किसी से सर्टिफिकेट लेने की ज़रूरत नहीं है।’’
मुख्यमंत्री ने अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया और कांग्रेसी नेता अमरिन्दर सिंह राजा वड़िंग को एक महीने के अंदर पंजाबी भाषा की लिखित परीक्षा 45 प्रतिशत अंकों के साथ पास करने की चुनौती दी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह नेता सनावर और दून जैसे स्कूलों से पढ़े हुए हैं, जिस कारण यह पंजाबी भाषा की परीक्षा पास ही नहीं कर सकते। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल के साथ रहते रहे हैं और वह श्री बादल के लिए पंजाबी अखबार पढ़ते होते थे क्योंकि उनको अच्छी तरह से पंजाबी पढऩी नहीं आती थी।
विरोधी पार्टियों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन नेताओं के पुरखों ने जलियांवाला बाग़ हत्याकांड के साजि़शकर्ताओं का सम्मान किया है, ऐसे नेताओं के पास उनको सवाल करने का कोई नैतिक हक नहीं है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने सत्ता में होते हुए पंजाब और पंजाबियों की पीठ में छुरा घोंपा था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं को कभी नौजवानों को नौकरियाँ देने का ख़्याल भी नहीं आया और जब अब हमारी सरकार ने नौजवानों को नौकरियाँ दीं तो नौजवानों के चेहरों पर आई खुशियाँ इनको हज़म नहीं हो रही।
मुख्यमंत्री ने राजा वड़िंग ने राजस्थान से बसों की बॉडीज़ लगवाने के मौके पर ग़ैर-कानूनी ढंग से पैसा कमाया हुआ है। उन्होंने कहा कि इस घोटाले की जानकारी आने वाले दिनों में प्रसारित की जायेगी कि किस तरह राज्य का खज़़ाना लूटा गया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह पता होने के बावजूद कि बसों की बॉडीज पंजाब में लग सकती हैं, बाहर के राज्य से लगवाई गईं।