BURNING NEWS- Rajesh Sharma
शुरू सेस ही विवादों में रहने वाले कपूरथला के पूर्व कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह पर एक ओर गाज गिरने वाली है। राणा गुरजीत सिंह के खिलाफ रमाडा होटल के मालिक राजन चोपड़ा खुलकर बोले थे जिन्होनें 200 करोड़ रूपए की जमीन पर राणा के द्रारा जबरन कब्जा करवाने की शह देने का आरोप लगाया था कि अभी वो मामले में कागंरेस पार्टी अपनी साख बचा नही पाई थी कि अब राणा गुरजीत सिंह की गाड़ी पर लगे जाली नंबर ने उन्हें उलझन में डाल दिया है। पूर्व कैबिनेट मंत्री जिस गाड़ी पर नंबर लगाकर चलाते है वो जाली नंबर है। राणा की गाड़ी का नंबर किसी दूसरी गाड़ी का था पर वो बेखोफ होकर सरेआम नाजायज काम कर रहे थे। स्टरलिंग टाउन विला’ के पास जमीन पर कब्जे के मामले में जमीन पर कब्जा लेने आए लोग जिस गाड़ी में मौके पर पहुंचे, उस गाड़ी पर नम्बर जाली लगा हुआ था। राजन चोपड़ा द्ारा मीडिया को दिखाई गाड़ी की तस्वीरों में गाड़ी के नंबर की जांच करवाई गई तो पाया गया कि राणा गुरजीत की कैमरी गाड़ी पर जो नंबर लगा था वो असल में मर्सडीज गाड़ी का नंबर था।
गाड़ी का नम्बर पी.बी.09 जी. 0002 जिस फर्म के नाम रजिस्टर्ड बताई जा रही है, दरअसल में वो मर्सडीज़ बैन्ज़ गाड़ी राणा गुरजीत सिंह की कम्पनीयों में से एक बताई जा रही है। इस संबंधी पुलिस अधिकारियों ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
बता दें कि बीते दिन होटल रमाडा के मालिक राजन चोपड़ा उनके साथ अदिति हंस, सहित अन्य लोगों ने आरोप लगाया था कि पूर्व मंत्री राणा गुरजीत सिंह की शहर से उनका एन.आर.आई. रिश्तेदार द्वारा जमीन पर कब्जा किया जा रहा है।
इस संबंधी शिकायत दर्ज करवाई गई है। लेकिन इस मामले की जांच में एक और खुलासा हुआ है।
जमीन पर कब्जे लेने आए लोग टोयटा कैमरी पी.बी. 09 जी. 0002 में सवार थे। इस नम्बर के बारे में अंदेशा होने पर जब जांच की गई तो सनसनीखेज तथ्यों का खुलासा हुआ है।
गाड़ी के नम्बर को लेकर जब अंदेशा हुआ तो मिनिस्ट्री आफ रोड ट्रांसपोर्ट एडं हाईवे की ‘वाहन’ पर व्हीकल रजिस्ट्रेशन स्टेटस चैक किया गया है तो बड़ा खुलासा हुआ है।
खुलासा हुआ है कि पी.बी. 09 जी 0002 गाड़ी किसी टोयटा कैमरी का है ही नहीं।
बल्कि ये नम्बर मैसर्ज़ राणा पोलीकॉट लिमिटेड फर्म के नाम पर 15 अप्रैल 2005 को रजिस्टर्ड हुई है।
और ये नम्बर किसी टोयटा कैमरी का नहीं बल्कि मर्सडीज़ बैंन्ज़ इंडिया प्राईवेट लिमिटेड की गाड़ी मर्सडीज़ बैन्ज़ W-210-220-CDI को लगाया गया है। ये गाड़ी एच.डी.एफ.सी. बैंक से फाईनांस है।इसके साथ जब एन.आई.सी. साईट पर भी चैक किया तो वही रिकार्ड सामने आया।
स्पष्ट है कि कब्जा करने पहुंचे लोगों ने अपनी पहचान छिपाने के लिए गाड़ी पर जाली नम्बर लगाया था। अब ऐसे क्यों किया गया, इन तथ्यों का खुलासा निष्पक्ष पुलिस जांच में हो सकता है।
राणा गुरजीत से जुड़ी बताई जा रही है फर्म
चर्चा है कि पी.बी. 09 जी. 0002 नम्बर की मर्सडीज़ बैन्ज़ W-210-220-CDI जिस मैसर्ज़ राणा पोलीकॉट लिमिटेड फर्म के नाम रजिस्टर्ड है, ये फर्म अन्य कम्पनियों की तरह राणा गुरजीत सिंह के परिवार से जुड़ी एक सिस्टर कन्सर्न फर्म बताई जा रही है।
माईनिंग स्कैम में अपना मंत्री पद गंवाने वाले कपूरथला के विधायक राणा गुरजीत सिंह नए विवाद में फंसते नज़र आ रहे हैं।
ये है मामला
बीते दिन होटल रमाडा के मालिक राजन चोपड़ा और अदिति हंस ने लगाए। उन्होंने कहा कि 2007 में अमृतपाल और उसके साले परमप्रीत सिंह ने गांव कादियांवाली व धनाल में 41 एकड़ जमीन का जमींदार के साथ सौदा कर ब्याना किया था, जिसमें 66 फीट रोड पर जमीन का 200 फीट फ्रंट भी था।
इसके बाद अमृतपाल और परमप्रीत ने जमीन का सौदा आगे स्टरलिंग टाउन विला के समेत शहर के अन्य 10 बड़े नामवर लोगों को जमीन की रजिस्ट्री करवा दी।
इसमें कुछ फार्म हाउस का बकायदा नक्शा पास हुआ, जिसमें 66 फीट रोड से रास्ता दिखाया गया। वहां से 60 फीट की रोड बनाकर आगे फार्म हाउस को दी गई थी।
राणा के साथ मिलकर फ्रंट की सड़क वाले प्लाट पर कब्जा करना चाहते है। जबकि वह 60 फीट का रास्ता आम लोगों के लिए बना हुआ है। लोगों ने सड़क को तोड़ दिया है।