चौधरी संतोख गरजे: अकाली दल दे कुज पलले हुंदा ता मैनिफ़ेस्टो ना करदे जारी

BURNING NEWS✍️Rajesh sharma

           प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी को झूठ की पोटली करार देते हुए जालंधर से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस उम्मीदवार चौधरी संतोख सिंह ने आज कहा कि मोदी झूठ की पोटली के अलावा और कुछ भी नहीं हैं और लगातार बोले जा रहे अपने झूठों कि 1987 में उन्होंने डिजिटल कैमरे का इस्तेमाल किया और ई-मेल से पत्र भेजे तथा पकिस्तान में राडारों से बचने के लिए बादलों के मौसम में एयर स्ट्राइक की, के कारण पूरे देश के सामने बेनकाब हो चुके हैं.

पंजाब कांग्रेस के महासचिव विक्रमजीत सिंह चौधरी के साथ आज फिल्लौर के गाँवों संग ढ़ेसियां, अपरा, कादियाना, झुग्गियां महा सिंह, नंगल, जज्जा कलां और गोराया कस्बे में विशाल जन समूहों को संबोधित करते हुए चौधरी ने कहा कि मोदी जी अब आपके झूठ लोगों के राडार पर आ गए हैं.

कांग्रेस उम्मीदवार के समर्थन में आज फिल्लौर में एक प्रभावशाली रोड शो भी निकाला गया जिसमें लोगों का सैलाब उमड़ा हुआ था. यह रोड शो फिल्लौर की तंग गलियों से भी गुजरा और लोगों ने ना केवल चौधरी का स्वागत किया बल्कि उन्हें इस बात का भरोसा भी दिलाया कि वह उनके साथ है और फिल्लौर की एक एक वोट उनके खाते में ही जाएगी.

चौधरी संतोख सिंह ने रोड शो के दौरान लोगों से हाथ भी मिलाया और उनका तथा उनके परिवार का हाल चाल भी जाना। उन्होंने मोदी और उनके पार्टी नेताओं पर रक्षा विशेषज्ञ होने का तंज कसते हुए कहा कि मोदी एक ऐसे रक्षा विशेषज्ञ हैं जो स्वयं यह फैसला करते हैं कि लड़ाकू जहाज कौन बनाएगा और राफेल का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वह इसके लिए उन लोगों को इसके लिए चुनते हैं जिन्होंने अपने जीवन में कभी कोई जहाज नहीं बनाया है.

प्रधान मंत्री के ज्ञान पर बरसते हुए कांग्रेस उम्मीदवार ने कहा कि उनका यह दवा कितना हास्यास्पद है जिस में वह एक टी वी इंटरव्यू में यह कहते हैं, कि बालाकोट में भारतीय गई एयर स्ट्राइक के दौरान भारतीय लड़ाकू जेटो को पाकिस्तानी राडारो की नजर में आने से बचाने में वर्षा और बादलों ने बड़ी मदद की थी.

मोदी सोचता है कि मौसम बादलों वाला था है इसलिए भारतीय जहाज पकिस्तान के राडार पर नहीं आये परन्तु वह खुद अब पर आ गए है. चाहे बरसात हो रही हो या फिर कड़कड़ाती धूप, अब हर कोई मोदी की राजनीति का सच जान गया है जिसका आधार ही जुमलेबाजी है.

मोदी का यह दवा करना कि उन्होंने 1987 में डिजिटल कैमरे का इस्तेमाल किया और आडवाणी जी को ई -मेल भेजी इस बात का सबूत है कि उनके झूठ की सारी सीमायें पार हो चुकी है. वह इस बात को महसूस नहीं कर पाए कि उनका यह झूठ लोगों द्वारा पकडा जाएगा क्योंकि 1987 में ना तो कोई डिजिटल कैमरा था और ना ही उस समय तक इंटरनेट का अनुसंधान ही हो पाया था.

मोदीऔर बीजेपी नेताओं पर बरसते हुए चौधरी ने कहा कि यह एक सच्चाई है कि अभिमान का मार्ग और अट्टा का मकड़जाल तुम्हे ज्यादा दूर तक नहीं लेकर जाने वाला।

उन्होंने दावा किया कि पिछले पांच वर्षों के दौरान बीजेपी सरकार, इसके नेता और प्रधानमंत्री सत्ता के मायाजाल में फंसे रहे कि कैसे सत्ता में बने रहे. उन्होंने लोगों से मिलना तक बंद कर दिया था. उनका घमंड बहुत अधिक बढ़ गया. मोदी अपने मन की बात कहने में ज्यादा यकीन रखते थे. लोगोंके मन की बात सुनने की उन्होंने कोई कोशिश नहीं की।

अपने संबोधन के दौरान विक्रम जीत सिंह चौधरी ने लोगों से पूछा कि नोटबंदी के दौरान क्या उन्होंने किसी बीजेपी नेता को बैंकों के सामने कतारों में खड़े देखा? देश का केवल एक ही नेता था जो लाइन मेँ खडा रहा और वह थे राहुल गांधी। उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले और प्रधानमंत्री इस बात को कभी नहीं समझेंगे कि उनकी नीतियों का लोगो पर क्या प्रभाव पड़ा है.

उन्होंने कहा कि मोदी इस बात का दावा करते हैं कि उन्होंने सकल राजनीति शास्त्र विषय में एमए की हुई है पर देश के किसी भी शिक्षाविद ने किसी भी विश्वविद्यालय की ऐसी किसी डिग्री की पहचान नहीं की है. यहां तक कि दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीए की मोदी की डिग्री भी जांच अधीन है और मोदी अब तक इस डिग्री को दिखाने में नाकाम रहे हैं.

अकालियों पर निशाना साधते चौधरी ने पूछ कि पंजाब के लोक सभा चुनावों के लिएउनका एजेंडा क्या है और अकाली दल ने अपना चुनाव घोषणा पत्र जारी क्यों नहीं किया?

चौधरी ने कहा कि अकाली मोदी की गोदी पर चढ़ कर चुनाव जीतना चाहते हैं परन्तु वह इस बात को अनुभव नहीं कर पा रहे कि मोदी स्वयं मुसीबत में हैं और देश में पहले छे चरणों के हुए चुनावों में मोदी के सत्ता से बाहर होने के संकेत मिलने लगे है.