लतीफपुरा निवासियों को आज हुई डिच पर चढ़ने वाले विधायक की कमी महसूस

BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA
कांग्रेस सरकार के 
राज में कभी डिच पर चढ़कर लोगों के मकान टूटने से बचाने वाले विधायक सुशील रिंकू की की याद आज जालंधर के लपीफपुरा के लोगों को पूरी तरह खलने लगी। आप की सरकार आने के बाद जालंधर में पिछले लंबे समय से लतीफपुरा में क़ब्ज़े की ज़मीन पर मकान बना रहने वाले सारी रात मासूम बच्चों के साथ सड़कों पर ठंड में रात गुज़ारने को मजबूर हो गए है। सुबह दिन चढ़ते भारी पुलिस मुलाजिम डिच मशीने लाकर लोगों के घरों को तोड़ दिया,एक साल से लेकर चार साल तक के बच्चों को गोद में लेकर सो रहे है। हालात देख आँखों में दर्द झलक रहा है हर कोई टूटे मकानों के नीचे ही बैठकर रात गुज़ार रहे है। बेघर हुए लोग यही सोच रहे है कि शायद अब उनका हाल जानने राजनेता चाहे वो किसी भी पार्टी का हो आएगा पर अभी तक वहाँ ना तो कोई विधायक आया ओर ना ही कोई राजनेता। लोग कांग्रेस के उस विधायक को याद कर रहे है जिसने कभी लोगों के मकान टूटने से पहले सरकारी डिच मशीन पर चढ़कर विरोध किया था वो भी अपनी पार्टी के नेता का।

लोकल बाडी मंत्री नवजोत सिद्धू के 8 अफसरों को सस्पेंड करने के बाद शुक्रवार को अवैध कॉलोनियों और इमारतों पर कार्रवाई के खिलाफ वेस्ट हलके के विधायक सुशील रिंकू ने मोर्चा खोल दिया। शाम 4 बजे के करीब कालासंघिया रोड पर दशमेश नगर के साथ डेवलप हुई कॉलोनी में बने दो मकानों को गिराने गई टीम को विधायक समर्थकों ने घेर लिया।