खालिस्‍तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा की पाकिस्तान में मौत,बंबीहा ग्रुप ने ली मौत की ज़िम्मेदारी,सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट

 

पाकिस्‍तान में रह रहे खालिस्‍तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा की मौत हो गई है। उसकी पाकिस्‍तान में मौत हुई है। रिंदा पंजाब में आतंकवाद फैलाने में लगा रहा है। वह पाकिस्‍तान से पंजाब में हथियार भेजने के साथ ही यहां आतंकी नेटवर्क तैयार करने में लगा था।

(बीकेआइ) के आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा की लाहौर में मौत हो गई। हालांकि पंजाब पुलिस के किसी अधिकारी ने इसकी पुष्टि नहीं की है लेकिन सूत्रों का कहना है कि रिंदा को किडनी की बीमारी थी और उसे उपचार के लिए लाहौर के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इलाज के दौरान किसी दवा की ओवर डोज के कारण उसकी मौत हो गई।

वह पंजाब पुलिस को कई आतंकी घटनाओं में वांछित था। रिंदा की मौत की सूचना आने के बाद गैंगस्टर बंबीहा ग्रुप ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट डालकर ¨रदा की हत्या करवाने का दावा किया है। पंजाब में पिछले छह महीने के दौरान हुईं आतंकी घटनाओं के पीछे आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा का ही हाथ था। पुलिस ने नवांशहर में अपराध जांच एजेंसी (सीआइए) कार्यालय पर हैंड ग्रेनेड हमले में जिस आतंकी माड्यूल का भंडाफोड़ किया गया था, उससे जुड़े आरोपितों में से एक ने पूछताछ में यह माना था कि उसने दा के निर्देश पर अपने साथियों की मदद से इस घटना को अंजाम दिया था। पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय और नवांशहर के सीआइए स्टाफ कार्यालय में हुए हमले था हाथ

इसी वर्ष मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय पर हुए हमले में भी रिंदा का हाथ होने की बात सामने आई थी। उसने कनाडा में बैठे आतंकी लखबीर सिंह लंडा के साथ मिलकर बड़ा नेटवर्क खड़ा कर लिया था। ¨रदा के खिलाफ पंजाब में डेढ़ दर्जन से ज्यादा मामले लंबित हैं। रिंदा भारत में बीकेआइ का हैंडलर था। उसने पंजाब में टारगेट किलिंग व आतंक फैलाने के लिए अपने स्लीपर सैल का इस्तेमाल किया।

पंजाब पुलिस के अधिकारी रिंदा की मौत होने की बात तो मान रहे है लेकिन आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। वहीं बंबीहा ग्रुप की ओर से इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट शेयर कर हरविंदर सिंह दा की मौत की जिम्मेदारी ली है। बंबीहा ग्रुप ने पोस्ट डालकर दावा किया है कि ¨रदा की हत्या करवाई गई है। बंबीहा ग्रुप ने लिखा है कि ¨रदा को पाकिस्तान में सैट करवाया था लेकिन बाद में वह विरोधी गैंग के लोगों के साथ मिल गया। उसने सिद्धू मूसेवाला की हत्या में गोल्डी बराड़ और लारेंस बिश्नोई का साथ दिया था। – बालिग होने से पहले ही उतरा अपराध की दुनिया में, मेले में की हत्या

पुलिस रिकार्ड के अनुसार 14 वर्ष 2008 में ¨रदा ने एक मेले के दौरान एक ग्रामीण की हत्या कर दी। ग्रामीण का कसूर केवल इतना था कि उसके ट्रैक्टर नीचे आए कीचड़ के छींटे रिंदा के कपड़ों पर गिए गए थे। उस समय रिंदा नाबालिग था। जिला तरनतारन के गांव पखोपुरा में रिंदा का ननिहाल है और वह मूलरूप से हजूर साहिब का रहने वाला बताया जाता है। इस हत्या के बाद वह नांदेड़ साहिब चला गया। वहां उसने जबरन वसूली शुरू कर दी और दो लोगों की हत्या कर दी।

महाराष्ट्र पुलिस के दबाव के कारण हर¨वदर वापस पंजाब आ गया। उसने सुरक्षित ठिकाने के रूप में पंजाब विश्वविद्यालय को चुना और 2016 में एक छात्र नेता पर गोली चलाई थी। यहीं पर वह दिलप्रीत सिंह बाबा, हरजिंदर सिंह आकाश और अन्य अपराधियों के संपर्क में आया। चंडीगढ़ पुलिस द्वारा उसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास और अन्य धारां के तहत चार मामले दर्ज किए। रिंदा ने एक एसएचओ को जान से मारने की धमकी भी दी थी।