BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA
ज्योतिषाचार्य के अनुसार साल 2022 में सोमवती अमावस्याका पहला संयोग 31 जनवरी को बना था। दूसरा संयोग 30 मई को बनने जा रहा है। अब इसके बाद साल 2023 में 20 फरवरी को सोमवती अमावस्या का शुभ संयोग बनने वाला है। वहीं ज्योष्ठ माह की अमावस्या तिथि रविवार 29 मई की दोपहर 02.54 से शुरु होकर सोमवार 30 मई को शाम 04.59 पर समाप्त होगी।
सोमवती अमावस्या का से है महत्वः
सोमवती अमावस्या के दिन काल सर्पदोष, पितृदोष और अल्पायु दोष के निवारण के लिए पूजा की जाती है. इस दिन शनि यम और शंकर भगवान की पूजा की जाती है. साथ ही इस दिन स्नान और दान-पुण्य का विशेष महत्व है. धार्मिक मान्यता अनुसार सोमवती अमावस्या के दिन पितरों के तर्पण करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है.