BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA
बच्चों को धोखे में रखकर उन्हें लूटने का ज़रिया इन दिनों ट्रैवेल एजेंटों ने बना लिया है,विदेश के चाहवान बच्चों को जहां ट्रैवेल एजेंट हर तरह की जानकारी देते है वही विदेशों में जिन कालेजों में बच्चों ने एजेंटों के कहने पर कालेज फ़ीस जमा करवाई थी वो कालेज बंद होने से सैंकड़ों बच्चों का भविष्य मात्र एक ही इमिगरेशन कंपनी ने मिट्टी में मिला दिया है।
बच्चों के अभिभावक जब अपना डूबा धन लेने जाते हैं तो बताया जाता है कि कंपनी का मिलता आस्ट्रेलिया में है,जिससे अब बच्चे ओर उनके अभिभावक खुद को लुटा हुआ महसूस कर रहे है। विदेश भेजने के नाम पर युवा पीढ़ी जालंधर डीसी आफ़िस के सामने स्थित आईडीपी इमिगरेशन कंपनी में सम्पर्क करने गई थी जहां युवाओं से लाखों रुपए लिए गए ओर बाद में बच्चों को कैनेडा के कालेज में फ़ीस जमा करवाने का कहा गया,जब सैंकड़ों बच्चों ने अपनी फीसे जमा करवाई तो एजेंट ने उन्हें बताया कि आपने जिन कालेज में फीसे जमा करवाई है वो कालेज डूब चुके है आपका पैसा भी डूब गया है। जिससे बच्चे अब एजेंट के आफ़िस पैसे लेने जाते हैं तो वहाँ ख़ाली हाथ लौट रहे है,सैंकड़ों युवा अब पुलिस के दरबार पहुँचने वाले है। जालंधर में टरैवल एजेंटों ने ठगी का ये बढ़िया तरीक़ा ढूँढ लिया है। IDP IELTS कंपनी ने कई युवाओं का भविष्य ख़राब कर दिया है। जो बच्चों के अभिभावकों की खून पसीने की कमाई कालेज बंद होने का वास्ता देकर अब डूब चुकी है जिसके ज़िम्मेदार कालेज प्रबंधकों के साथ ट्रैवेल एजेंट है।