बर्निंग न्यूज(राजेश शर्मा)-
सरकारी स्कूलों को आगे बढ़ाने में जहां पंजाब सरकार दिर रात मेहनत करके शिक्षा का स्तर दीश में बढ़ाना चाहती है वही शिक्षा विभाग में काम करने वाले अधिकारी एसके विपरीत है। आप ही सोचे अगर सरकारी स्कूलों का बिजली का बिल स्कूल में पढ़ाने वाले टीचरों को देना पड़े तो क्या वो बच्चों को पढाएगें ? पंजाब के सरकारी स्कूल में पढाने वाले टीचरों के लिए एक फरमान भेजा गया है जो फरमान सरकार की तरफ से है या नही पर ये फरमान डी.ई.ओ फिरोजपुर की तरफ से जरूर है। जिसमें एक लिखित चिटठी फिरोजपुर के सरकारी पऱईमरी स्कूलों को निकाली गई है जिसमें ये आदेश दिए गए है कि स्कूल का बिल अगर 300 रूपए से ज्यादा आया तो बिल सरकार नही स्सकूल के टीचर देंगे। जिसे पढ़कर सभी टीचरों के होश उड़ गए है। 300 रूपए बिल से ज्यादा ना आएं इसलिए बच्चों को कलास में लगे पंखों के बिना बैठाने को टीचर मजबूर है।