BURNING NEWS RAJESH SHARMA
लगातार तीन बार हार का मुँह देख अपना रुतबा आम लोगों के साथ साथ पार्टी स्तर पर गिरा चुके सरबजीत सिंह मक्कड़ पर भाजपा का कैंट में खेला जाने वाला दांव ग़लत साबित हो सकता है। कई बार अकाली दल से नाराज़ होकर टिकट लेने वाले मक्कड़ को इस बार अकाली दल वाले भी मनाने नहीं आए है। वहीं इन सबके बीच जालंधर कैंट में हिंदू चेहरे पर दांव खेलना भाजपा को फ़ायदेमंद साबित हो सकता है। कैंट में हिंदू चेहरे को प्राथमिकता दी जाती है ओर वहाँ हिंदू वोटर भी ज़्यादा है, वहीं मक्कड़ की ढूबती लोकप्रियता ओर तीन बार हार का मुँह देखना इस बार चौथी बार हार भाजपा को देखनी पड़ सकती है। अकाली दल से नाराज़ होकर भाजपा में आए मक्कड़ को उन्हीं की पार्टी ने एक बार भी मनाने की कोशिश नहीं की है ओर इसी बीच अब भाजपा उन्हें कैंट से अगर दावेदार बनाती है तो मक्कड़ की बदौलत भाजपा अपनी एक सीट गँवा लेगी। मककड ने अकाली दल से नाराज़ होने के बाद आम आदमीं पार्टी में भी अपनी क़िस्मत आज़मानी चाही। पंजाब में केजरीवाल जब सेखवा के घर गुरदासपुर पहुँचे तो वहाँ भी मक्कड़ मौजूद हो गए पर केजरीवाल ने उन्हें दरकिनार कर दिया। वहीं मक्कड़ का आर एस एस के खिलाफ भद्दी शब्दावली बोलने वाले अकाली नेता आयूब से प्यार भी हार का कारण बनेगा। भाजपा में आने के बाद मक्कड़ का केक काटने भी अकाली नेता आयूब का उनके घर आना संदेह के घेरे में है।