BURNING NEWS ✍️कपूरथला, 19 अगस्त (साहिल गुप्ता कुमार गौरव) :
लाहौर में महाराजा रणजीत सिंह की घोड़े पर सवार मूर्ति तोड़ने के मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के दोस्त और पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू पर सवाल उठे हैं।मंगलवार को इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद बड़ी संख्या में पंजाब के लोगों ने गुस्सा जताया है।विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने भी इसकी कड़ी निंदा की है। विश्व हिन्दू परिषद जालंधर विभाग के प्रधान नरेश पंडित ने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह के बुत की वहां के कट्टरपंथी संगठनों की ओर से तोड़-फोड़ करना अति निंदनीय है।पाकिस्तान की सरकार को कट्टरपंथियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।मंगलवार को मंदिर धर्म सभा में विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के जिला एवम नगर इकाई के पदाधिकारिओं की आयोजित साप्ताहिक बैठक को संबोधित करते हुए नरेश पंडित एवं बजरंग दल के जिला प्रधान जीवन प्रकाश वालिया ने कहा कि इससे पहले पाकिस्तान के कट्टरपंथियों द्वारा मंदिर में जमकर उत्पात मचाते हुए तोड़फोड़ की गई थी, जिससे पंजाब की जनता में भारी रोष है।बजरंग दल नेताओ ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से सवाल किया कि वह शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति को तीसरी बार तोड़े जाने पर भी चुप क्यों हैं?क्या इसके पीछे उनकी इमरान खान और जनरल बाजवा से दोस्ती तो कारण नहीं है?या फिर वह कट्टरपंथियों की हिमायत करते हैं?बजरंग दल नेताओ ने कहा कि सिद्धू की चुप्पी से साफ जाहिर होता है कि वह पाकिस्तान के समर्थक हैं।बजरंग दल नेताओ ने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह पंजाब के महान शासकों में से एक थे,जिन्होंने खुद एक धर्मनिरपेक्ष नायक के रूप में समाज में मिसाल कायम की थी।बजरंग दल नेताओ ने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति पर यह तीसरी बार हमला कर उसे क्षतिग्रस्त किया गया है।इंटरनेट मीडिया के माध्यम से सामने आए वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि संदिग्ध हमलावर द्वारा मूर्ति पर हमला कर उसके पैर और दूसरे हिस्से तोड़ दिए गए।हमलावर ने महाराजा रणजीत सिंह के विरुद्ध नारे भी लगाए।इससे पहले पिछले साल दिसंबर में भी एक कट्टरपंथी ने मूर्ति पर हमला कर मूर्ति का हाथ तोड़ दिया था।बजरंग दल नेताओ ने कहा कि क्या यह समझा जाए कि जो हो रहा है वह इमरान सरकार की मर्जी से हो रहा है। भारत सरकार से निवेदन है कि पाकिस्तान को यह समझा दें कि जिस प्रकार हिदुस्तान में सभी अल्पसंख्यकों के श्रद्धा के स्थान सुरक्षित हैं वैसे ही पाकिस्तान में भी रखे और अल्पसंख्यकों विशेषकर हिदू,सिख और ईसाई भाईचारे की पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करे।बजरंग दल नेताओ ने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह को शेर-ए-पंजाब कहा जाता है।उनको विश्व के सबसे बहादुर योद्धा व राजा के तौर पर सराहा जाता है।महाराजा रणजीत सिंह के बुत पर पाकिस्तान में हुए हमले से न सिर्फ भारतीय बल्कि पाकिस्तानी लोगों के मनों को भी गहरी ठेस पहुंची है।उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार को महान शासक की स्मारकों को उचित सुरक्षा यकीनी बनानी चाहिए।पंजाब के पहले सिख शासक महाराजा रणजीत सिंह के बुत्त काे गत मंगलवार को कट्टरपंथियों ने तोड़ दिया था।महाराजा रणजीत सिंह की 180वीं जन्म शताबदी के मौके पर लाहौर किले की माई जिदां हवेली में 2019 में स्थापित किए इस बुत को तोड़ने की यह तीसरी कोशिश है।हमलावर तहरीक लब्बैक पाकिस्तान का सदस्य बताया जा रहा है।इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के जिला उपप्रधान मंगतराम भोला,बजरंग दल प्रदेश कार्यकारणी सदस्य संजय शर्मा,जिला प्रभारी राजकुमार अरोड़ा,जिला प्रभारी बावा पंडित,शहरी प्रधान चंदन शर्मा,शहरी उपप्रधान विजय ग्रोवर,बजरंग दल नेता मोहित जस्सल आदि उपस्थित थे।