नई दिल्लीः फ्यूल, पावर और प्राइमरी गुड्स की कीमतें बढ़ने से फरवरी महीने में थोक महंगाई दर बढ़कर 2.93 फीसदी पर पहुंच गई है. थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति जनवरी में 2.76 फीसदी थी. वहीं पिछले साल यानी फरवरी 2018 में यह 2.74 फीसदी थी. आज जारी सरकारी आंकड़ों में इसकी जानकारी दी गई है.
आंकड़ों के मुताबिक प्राथमिक वस्तुओं की महंगाई दर जनवरी के 3.54 फीसदी की तुलना में फरवरी में बढ़कर 4.84 फीसदी पर पहुंच गई है. प्राइमरी गुड्स में आलू, प्याज, फल और दूध जैसे रसोई के जरूरी सामान शामिल हैं.
इस दौरान फ्यूल और बिजली की महंगाई दर 2.23 फीसदी बढ़ गई हैं. जनवरी महीने में इसमें 1.85 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी.
12 मार्च को आए थे खुदरा महंगाई दर के आंकड़े
खाने-पीने की वस्तुओं के दाम बढ़ने से फरवरी महीने में रिटेल महंगाई की दर बढ़कर 2.57 फीसदी पर पहुंच गई थी. यह इसका चार महीने का उच्च स्तर था. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की दर जनवरी में 1.97 फीसदी और फरवरी 2018 में 4.44 फीसदी थी.
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक फरवरी के दौरान खाने-पीने की महंगाई दर शून्य से 0.66 फीसदी नीचे रही. हालांकि, यह जनवरी में शून्य से 2.24 फीसदी नीचे के मुकाबले मजबूत हुई है. इससे पहले नवंबर 2018 में मुद्रास्फीति शून्य से 2.33 फीसदी के निचले स्तर पर थी.