सांसद संतोख चौधरी के बेटे पर लगे गरीब युवक की मारपीट के आरोप

BURNING NEWS✍️Rajesh Sharma 

अकसर विवादों में रहने वाले सांसद संतोख चौधरी के बेटे विक्रम चौधरी फिर से विवादो में घिर गए है। चौधरी विक्रम पर उनकी के विक्रम रिसोरट में काम करने वाले युवक जतिनदर ने घर बुलाकर मारपीट करने का आरोप लगाया है। पीड़ित की जब कहावत सुनवाई ना हुई तो जालंधर के युवा नेता किशन लाल शर्मा ने उसकी मदद कर डी सी पी बलकार सिंह को शिकायत दर्ज करवाई है।जिनहोने पुलिस को चौधरी की पत्नी की धमकियाँ देने की रिकॉर्डिंग भी दी है।

 जतिनदर कुमार पुत्र संत राम की और से सांसद चौधरी संतोख सिंह, के बेटे बिक्रम चौधरी व उनकी माता के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी गई है। जतिनदर कुमार  ने बताया कि वो पिछले 22 सालों से विक्रम  रिजोर्ट में काम कर रहा था जो कि सांसद चौधरी संतोख सिंह का है।

जतिन्दर कुमार ने बताया कि 4 नवम्बर 2019 को दोपहर 1 बजे चौधरी संतोष सिंह की धर्मपत्नी ने फोन कर हिसाब करने के लिए घर बुलाया और उन्होने कहा जब में उनके घर पहुंचा तो मौके पर घर में बिक्रम सिंह चौधरी व सांसद संतोख सिंह चौधरी भी मौजूद थे।
इसके बाद बिक्रम सिंह चौधरी ने मुझे लाठी से पीटा। इसी बीच मेरी पतनी दीपिका ने रोते और चिल्लाते हुए कई बार उनको रोका लेकिन इन लोगो को मेरे और मेरी पत्नी पर कोई रहम नही आया और इन्होने मेरी पत्नी को भी पीटा।
जतिन्दर ने बताया कि थाना नंबर 4 की पुलिस को बुला कर रात थाने में बंद करवा दिया जहा 12 बजे रात को छोडा और पुलिस ने सुबह दूसरे दिन आने को बोला।
जतिन्दर कुमार ने बताया कि जब मे दूसरे दिन 5 नवम्बर 2019 को थाने नही गया तो मुझे संतोख सिंह चौधरी की धर्मपत्नी कर्मजीत कौर का 11 बजे फोन आया थाने पहुच जाओ और तब में डर कर थाने पहुच गया तब थाने में सांसद जी की सरकारी गाडी और उनका गनमैन जसपाल और उनके पी.ए दीपक ने चैक मँगवा कर तीन खाली चैक पर साइन करवा कर ले लिए और मेरे से यह भी लिखवाया गया कि 22 लाख रूपया दो महीने के अंदर-अंदर दिया जाए नही तो आप पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। जतिन्दर कुमार ने बताया इस सारे घटनाक्रम में ए.एस.आई सच्चा सिंह भी मौजूद थे।
जतिन्दर कुमार ने कहा कि यह लोग पिछले 22 वर्षों से मेरे से दिन रात काम करवाते रहे लेकिन दिन के पैसे देते रहे लेकिन रात का एक पैसा नही दिया और जतिन्दर कुमार ने बताया कि सांसद चौधरी संतोष सिंह के चुनाव के वक्त का तीन लाख पच्चीस हजार रूपया अभी तक मेने उन से लेना है वो अभी तक नही दे रहे।
उन्होने कहा इस घटनाक्रम को जनता में सबके सामने लाने के लिए चौधरी परिवार और थाने के सी.सी.टी.वी कैमरे ही काफी है।
जतिन्दर कुमार ने बताया कि में इस मामले को लेकर बहुत नेताओं के पास गया लेकिन किसी ने मेरी एक नही सुनी लेकिन अब दीन दयाल उपाध्याय स्मृति मंच के पंजाब प्रधान किशन लाल शर्मा मेरे साथ खड़े हुए है और उन्होने कहा में इस शिकायत की एक कापी माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, डी.जी.पी पंजाब दिनकर गुप्ता, राज्यपाल पंजाब को भी भेज रहा हूँ ताकि मुझे न्याय मिल सके।
वही इस अवसर पर दीन दयाल उपाध्याय स्मृति मंच के पंजाब प्रधान किशन लाल शर्मा ने कहा कि जतिन्दर कुमार ने मुझे जो जानकारी दी है मंच उसकी कड़े शब्दों निन्दा करता है और कहा कि कानून को हाथ में लेने का किसी के पास कोई अधिकार नही है।
किशन लाल शर्मा ने पुलिस कमिशनर से मांग कि अगर जतिन्दर कुमार की बात सही है तो चौधरी परिवार पर कारवाई करके यह संदेश देना चाहिए कि कानून सभी के लिए बराबर है और शर्मा ने सभी राजनीति दलों के नेताओं को कहा कि इस परिवार की मदद करनी चाहिए ताकि कोई भी कानून को हाथ में ना ले सके।
किशन लाल शर्मा ने कहा कि 4 नवम्बर को रात को 11 बजे जतिन्दर कुमार को थाने में ले जाकर और दूसरे दिन जबरन जो चैक कटवाए है वह भी बहुत गलत कार्य हुआ है उन्होने कहा अगर पीडित परिवार की पुलिस ने मदद ना की तो वह जल्द ही पीडित परिवार को लेकर पंजाब के डी.जी.पी दिनकर गुप्ता और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे।
जतिन्दर कुमार ने बताया कि आज किशन लाल शर्मा के नेतृत्व में एक मांग पत्र डी.सी.पी बलकार सिंह जी को पुलिस कमिशनर के नाम सौपा गया जिसमें किशन लाल शर्मा ने कहा कि सारे घटनाक्रम की जांच करके पीडित परिवार को इन्साफ दिलाया जाए।
वही डी.सी.पी बलकार सिंह ने कहा कि पूरी जांच कर पीडित परिवार को पूरा इन्साफ दिलाया जाएगा।