BURNING NEWS✍️Rajesh Sharma
नकोदर के गांव खानपुर टंडा में पवित्र कुरान को जला देने की शिकायत झूठी निकली। दरअसल आरोपी द्वारा गांव के ही युवक के साथ निजी रंजिश निकालने के लिए फिजीक्स व इंगलिश की किताबों को फाड़ कर आग लगाई थी।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि खानपुर टंडा की मस्जिद में पवित्र कुरान थी ही नहीं। बल्कि आरोपी द्वारा कुछ दिन पहले ही पवित्र कुरान मलेरकोटला में रहते अपने भतीजे को दे दी थी।
पुलिस ने घटना के मुख्यारोपी की गिरफ्तारी के साथ साथ पवित्र कुरान मलेरकोटला से बरामद कर ली है।
जालंधर देहात के एस.एस.पी. नवजोत सिंह माहल व उनकी अनुभवी टीम द्वारा गहराई और साईटिफिक ढंग से मामले की जांच कर शरारती तत्त्वों द्वारा राज्य का माहौल खराब करने की एक और साजिश को विफल कर दिया।
जालंधर देहात के एस.एस.पी. नवजोत सिंह माहल ने बताया कि 6 जुलाई को नकोदर के खानपुर टंडा निवासी मुख्तियार अली ने शिकायत दी कि तड़कसार जब वे मस्जिद में नमाज़ के लिए आए तो कुंडा खुला हुआ था।
वे अपने अन्य साथियो को बुला कर पहुंचे तो भीतर पवित्र कुरान को अग्निभेंट किया जा चुका था। शिकायत में गांव के ही युवक शरीफ मोहम्मद उर्फ विक्की पर वारदात का शक जताया गया।
एस.एस.पी. नवजोत सिंह माहल ने बताया कि मामले को गंभीरता से लेते हुए केस दर्ज करे शरीफ मोहम्मद को शक के आधार पर गिरफ्तार किया गया। लेकिन जांच में शरीफ मोहम्मद पर लगे आरोप साबित नहीं हो पाए।
जांच के लिए बनाई स्पैशल इनवैस्टीगेशन टीम
एस.एस.पी. नवजोत माहल ने बताया कि मामले की गहराई से जांच के लिए एस.पी. मुख्यालय रविन्द्रपाल सिंह संधू, एस.पी. परमिन्द्र सिंह हीर, ए.एस.पी. वत्सला गुप्ता, डी.एस.पी. अमनदीप सिंह, इंस्पैक्टर मोहम्मद जमील तथा एस.आई.सिकन्दर सिंह पर आधारित स्पैशल इनवैस्टीगेशन टीम गठित की गई।
इसके साथ ही मुस्लिम समाज के 5 लोगों की भी कमेटी गठित की गई। जिसने इनवैस्टीगेशन टीम के साथ सहयोग किया।
एस.एस.पी. नवजोत माहल ने बताया कि करीब एक महीने की जांच के पश्चात घटना के हरेक पहलू से परदा हट गया। पुलिस ने इस मामले में शिकायतकर्ता मुख्तियार अली के भाई शौकत अली को ही गिरफ्तार किया है।
मस्जिद में पवित्र कुरान थी ही नहीं
एस.एस.पी. नवजोत माहल ने बताया कि वारदात के पहले ही दिन घटना स्थल से अग्निभेंट हुए किताबों के अंश इकट्ठे करके फोरैंसिक जांच के लिए भेजे गए।
जांच रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि वे किताबें फिजीक्स व इंग्लिश की थी। उसमें पवित्र कुरान था ही नहीं। गिरफ्तार आरोपी शौकत अली ने भी पूछताछ में माना कि ये सारी साजिश उसने रची थी।
वारदात से कुछ दिन पहले ही उसने पवित्र कुरान मलेरकोटला में अपने भतीजे को दी थी। और उसके पश्चात अपने घर से फिजीक्स व इंग्लिश की किताबें फाड़ कर लाया था। उसने मस्जिद में पहुंच कर इन किताबों को आग लगाई।
एस.एस.पी. नवजोत माहल ने बताया कि आरोपी शौकत अली गांव के ही युवक विक्की को झूठे मामले में फंसा कर अपनी निजी रंजिश निकालना चाहता था।
एस.एस.पी. माहल ने बताया कि पवित्र कुरान मलेरकोटले से शौकत के भतीजे के घर से बरामद की गई है।