दिल्ली पुलिस पर हमला करने वाले सरबजीत की गिरफ़्तारी को लेकर दिल्ली पहुँची शिव सेना


BURNING NEWS✍️Rajesh Sharma.

शिव सेना हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष निशान्त शर्मा और पंजाब अध्यक्ष ईशान्त शर्मा के नेतृत्व में दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। उस मौके उन के साथ मौजूद थे।

पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए शर्मा बताया कि शिव सेना हिन्द की तरफ से आपराधिक छवि व झगड़े और मारपीट की प्रवृत्ति वाले सरबजीत सिंह को काबू करने के लिए अपनी जान की परवाह किये बिना ईमानदारी व बहादुरी से ड्यूटी निभाने वाले दिल्ली के पुलिसकर्मीयो को सम्मानित किया गया है।

शर्मा ने कहा कि मुखर्जी नगर में तलवार से पुलिसवालों पर जान लेवा हमला करने वाले सरबजीत का आपराधिक बैकग्राउंड रहा है, सरबजीत ने पहले भी कई बार मारपीट की है। साल 2006 से तीन बार उसपर मारपीट के केस दर्ज हुए हैं। इसी साल अप्रैल के महीने में सरबजीत पर बंगला साहिब गुरुद्वारे में एक सेवादार के साथ मारपीट का आरोप लगा था, जिस में सरबजीत ने मंगल सिंह नामक सेवादार का हाथ तोड़ दिया था जिसके जुर्म में उन्हें अरेस्ट भी किया गया था।
शर्मा ने कहा कि वर्ष 2006 में सरबजीत के खिलाफ शांति भंग करने की कोशिश के आरोप में सीआरपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। आरोप था कि पड़ोसियों के साथ झगड़ा किया था और धमकाया था।

शर्मा ने कहा कि सरबजीत के खिलाफ इसी तरह का केस साल 2013 में दर्ज हुआ था, जब मजनूं का टीला के पास स्थित गुरुद्वारे में एक लोगों के समूह के साथ सरबजीत की झड़प हुई थी। साल 2011 में भी गुरुद्वारे के सेवादारों के साथ सरबजीत की बहस हो गई थी।

शर्मा ने कहा कि इस तरह से सरबजीत के आपराधिक छवि होने की वजह व झगड़े और मारपीट की प्रवृत्ति को ध्यान में रखते हुए उनके पड़ोसी उनसे दूरी बनाए रखते थे।

शर्मा ने कहा कि पुलिस जांच में पाया गया है कि ग्रामीण सेवा वाहन जिसे सरबजीत चला रहे थे, वह गांधी नगर में रहने वाले किसी भोला नाथ नाम के शख्स के नाम पर रजिस्टर्ड है। सरबजीत ने गाड़ी को लीज पर लिया था
पुलिस ने पाया कि वाहन के फिटनेस सर्टिफिकिट नहीं है। वही पुलिस का कहना है कि सरबजीत अपना ड्राइविंग लाइसेंस और गाड़ी का परमिट नहीं दिखा पाए थे। सरबजीत के खिलाफ नाबालिग बेटे से ड्राइविंग करवा रहा था ।

शर्मा ने कहा कि ऐसे आपराधिक बैकग्राउंड के सरबजीत के पक्ष में उग्र प्रदर्शन करने वाले सिख भाईयों को समझदारी अपनाते हुए शांति बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरबजीत ने सिख धर्म की मर्यादा को अपमानित किया है। उन्होंने कहा कि इतिहास उठाकर देखा जाए तो गुरु के सिख ने हमेशा असहाय व कमजोरों की सहायता की है। और जुर्म के खिलाफ हथियार उठाया है। लेकिन सरबजीत के क्रिमिनल छवि की तरफ देखें तो इस ने तो गुरु घर के भीतर ही अपने ही सिख भाई जो कि गुरु घर का सेवक है उस की ही पिटाई कर दी थी।

उन्होंने कहा कि बंगला साहिब गुरुद्वारे में सेवक मंगल सिंह के साथ हाथापाई कर घिनोनी व शर्मनाक दुष्कृत्य करने वाले सरबजीत की बहादुरी के लिए दो लाख रुपये इनाम देने की घोषणा करने वाले खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू को डूब मरना चाहिए।

उन्होंने कहा कि जिस इंसान ने गुरु घर की मर्यादा को तार तार किया जिस इंसान ने गुरु घर में गुरुद्वारे के सेवक को पीटा हो उस आपराधिक छवि वाले सरबजीत को सिख फ़ॉर जस्टिस के गुरपतवंत सिंह पन्नू जैसे देश के गद्दार पैसों का इनाम देकर और जुर्म करने के लिए होंसला बढ़ा रहे है।
उन्होंने कहा सरबजीत की मारपीट का शिकार हुए पीड़ित मंगल सिंह को पैसे देने की बजाय एक आपराधिक प्रवृत्ति वाले सरबजीत को इनाम दिया जाना बेहद निंदनीय कार्य है।

उन्होंने कहा कि वही दूसरी और आपराधिक छवि व झगड़े और मारपीट की प्रवृत्ति वाले सरबजीत सिंह को काबू करने के लिए अपनी जान की परवाह किये बिना ईमानदारी व बहादुरी से ड्यूटी निभाने वाले अपने पुलिसकर्मी को सम्मानित करने की बजाय तीन पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया जाना बेहद ही निंदनीय घटना है।

शर्मा ने बताया कि शिव सेना हिन्द की सीनियर नेताओं की एक टीम ने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपते हुए ये मांग की है कि इस पूरे मामले में सभी पुलिसकर्मियों को नोकरी पर बहाल करने के साथ साथ सरबजीत पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।

उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों के साथ शिव सेना हिन्द कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। उन के साथ अगर धक्केशाही की गई और उन्हें नोकरी पर बहाल नही किया गया तो शिव सेना हिंद सैंकड़ों की तादाद में शिव सैनिकों को इकठ्ठा कर दिल्ली की सड़कों पर उतरेगी।इस मौके पर राष्ट्रीय चेयरमैन अमित घई,हरकीरत खुराना,सुभाष महाजन,योगेश बक्शी,जोगिंदर शर्मा,सोनू राणा,अरविंद गौतम,शिव जोशी,आदि मजूद रहे