प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आमंत्रण को अस्वीकार कर कांग्रेस ने अपने सनातन और रामविरोधी चेहरे को उजागर किया है,इशांत शर्मा

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कांग्रेस द्वारा राम मंदिर उद्घाटन और रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाने का निमंत्रण अस्वीकार करने पर शिव सेना हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष युवा ईशांत शर्मा ने कहा है कि कांग्रेस सिर्फ तुष्टीकरण की गारंटी है।एक तरफ 500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में बन रहे भव्य मंदिर में रामलला विराजमान होंगे,जिससे हर देशवासी उत्साहित हैं।लेकिन रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आमंत्रण को अस्वीकार कर कांग्रेस ने अपने सनातन और रामविरोधी चेहरे को उजागर किया है।इशांत शर्मा ने कहा कि अयोध्या के राममंदिर में 22 जनवरी को रामलला विराजमान होंगे।देश ही नहीं पूरी दुनिया इस बात से उत्साहित और गौरवान्वित है।500 सालों के इंतजार के बाद,लाखों लोगों के बलिदान के बाद रामलला भव्य राममंदिर में विराजमान होंग।हम हर जगह जाकर पूरे देश को पील चावल दे रहे हैं।पूरा समाज उत्साहित है।लेकिन कांग्रेस निराश क्यों है?ये कांग्रेस के सनातन विरोधी और राम विरोधी चरित्र को उजागर करता है।हमेशा कहा गया कि कांग्रेस तुष्टिकरण की गारंटी है और इसमें भी कांग्रेस का तुष्टिकरण का चरित्र उजागर हुआ है।आज दुनियाभर के अलग अलग देशों में राममंदिर के उद्घाटन को लेकर रैलियां निकल रही हैं लेकिन कांग्रेस अपनी मानसिकता से बाहर नहीं आ सकती।इशांत शर्मा ने कहा,कांग्रेस ने राम मंदिर का निमंत्रण ठुकराया यह वही कांग्रेस है जिसने भगवान राम को काल्पनिक बताया था।आज जब कांग्रेस ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह का बहिष्कार किया है तो यह साफ देखा जा सकता है कि आने वाले समय में भारत की जनता भी उनका बहिष्कार करेगी।