माता वैष्णोदेवी के दरबार-अब बिना थकावट 250 रूपए में पहुँच पाएँगे श्रद्धालु

BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA 

अब माता वैष्णोदेवी जाने के लिए रोप वे की शुरुआत कटरा स्थित बेस कैंप ताराकोट से शुरू होगी। यह माता वैष्‍णो देवी के मंदिर के करीब सांझी छत तक जाएगी. रोप वे में गोंडोला केबल कार सिस्टम लगाया जाएगा. गोंडोला केबल कार सिस्‍टम को एरियल रोप वे के नाम से भी जाना जाता है। 

हिंदुओं के अहम पवित्र स्‍थल जम्मू स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर (Mata Vaishno Devi Temple) हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन को आते हैं. इनमें बच्‍चों से लेकर बुजुर्ग तक माता के दरबार में हाजिरी लगाते हैं. लेकिन आधार शिविर कटरा से लेकर माता वैष्‍णो देवी भवन तक की कई किलोमीटर की पर्वत यात्रा बड़ी मुश्किलों भरी होती है, ऐसे में बच्‍चों, बुजुर्गों और दिव्‍यांगजनों के लिए यह यात्रा काफी कठिन हो जाती है. हेलीकॉप्‍टर, खच्‍चर या पालकी के जरिये यह यात्रा कर पाना भी बहुत श्रद्धालुओं के लिए इसलिए भी कठिन हो जाता है, क्‍योंकि यह काफी खर्चीला होता है. ऐसे में श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी समस्‍या पर्वत की पैदल यात्रा करना होता है. ऐसे में सरकार की तरफ से इसका हल निकाल लिया गया है. अब जल्‍द ही लाखों श्रद्धालु कटरा से वैष्‍णो देवी भवन तक की यात्रा चंद मिनटों में पूरी कर सकेंगे और इसमें उनके लिए खर्च भी बेहद कम आने वाला है. आइये जानते हैं इस बारे में…

दरअसल, पवित्र वैष्णो देवी तीर्थ की समुद्र तल से ऊंचाई 5 हजार 300 फीट है. श्रद्धालुओं को आधार शिविर कटरा से माता के दरबार, जिसे भवन भी कहा जाता है तक जाने के लिए 13 किलोमीटर से अधिक तक की पैदल यात्रा करनी पड़ती है. पैदल यात्रा के अलावा कटरा से भवन तक पहुंचने के लिए घोड़ा, खच्चर, पिट्ठू या पालकी की सवारी भी उपलब्‍ध है, जिसका श्राइन बोर्ड की तरफ से शुल्‍क तय किया हुआ है. इसके अलावा कटरा से सांझी छत तक के लिए डेली हेलिकॉप्टर सर्विस भी है, जोकि पूर्व बुकिंग आधारित है. सांझी छत से 2.5 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी होती है.

हालांकि इसमें काफी खर्चा होने और धार्मिक मान्‍यताओं के चलते श्रद्धालु पैदल ही कटरा से भवन तक जाते हैं. 2022 के आंकड़ों के मुताबिक यहां करीब 91 लाख श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आए थे, इनमें से ज्यादातर जम्मू के करीब स्थित 5200 फीट की ऊंचाई पर मौजूद त्रिकुट पहाड़ पर स्थापित मंदिर तक जाने के लिए 12 किमी लंबे ट्रैक से गए थे.

सरकार की तरफ से जारी रिपोर्ट के अनुसार, इस सेवा को 250 की लागत के साथ शुरू किया जाएगा। इससे समय की बचत होगी और महज 5 से 6 मिनट में आप कटरा स्थित बेस कैंप तारकोट से सांझी छत पहुंच जाएंगे। इस रोपवे में गंडोला केबल कार सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा। सरकार के इस प्रोजेक्ट से पर्यटन को बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। साथ ही ये पर्यावरण के भी अनुकूल रहेगा। अच्छी बात तो ये होगी रोपवे के जरिए आप वादियों का भी दीदार कर पाएंगे।