BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA
कई क्लबों में गुंडागर्दी करके माहौल ख़राब करने वाले जालंधर के ज्योति चौक स्थित ज्वैलर के बेटो की गुंडागर्दी फिर से सामने आई है जिन्हें जालंधर पुलिस ने रिवाल्वर का लाइसेंस भी दे रखा है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के आदेश पर डीजीपी पंजाब की गन कल्चर पर सख्ती जालंधर के बिगडैल रईसों पर बेअसर दिख रही है। हाल ही में सिटी पुलिस के गन लाइसैंस सूची को रिव्यू करने करने के प्रोसैस पर रईसों का खासा दबदबा साबित होने का प्रमाण उस समय सामने आया जब विगत रात सिटी में मामूली बात पर बिगडैल रईसों की ओर से एक फैमिली क्लब मालिक पर असहला तानने का नया मामला चर्चा में आया।
घटना शनिवार रात की बताई जा रही है। एक नए खुले फैमिली क्लब में सिंगर की परफोरमैंस के दौरान शहर के एक ज्यूलर के बेटे जो गुंडई मचाने को लेकर बदनाम हो चुके है, ने सूफी महफिल में हूटिंग करके माहौल खराब का प्रयास किया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दोनों अपनी फीमेल दोस्तों के साथ क्लब में आए थे कि दोनों के कारण जब माहौैल बिगडऩे लगा तो क्लब मालिक ने दोनों को बाहर का रास्ता दिखा दिया।
मौके पर मौजूद लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर तस्दीक किया कि दोनों ज्यूलर के बिगडैल बेटों ने क्लब से बाहर आकर फैमिली क्लब मालिक पर अपनी गन भी तानकर उसके साथ मारपीट की और बीच-बचाव के कारण दोनों धमकियां देते हुए फरार हो गए। सूत्रों की मानें तो दोनों पुलिस के आने की खबर सुनकर मौके से भाग खड़े हुए और अब दोनों को सभी क्लबों से ब्लैकलिस्ट करवाने के लिए प्रयास कर रहा है।
घटना बारे ज्यादा जानकारी हासिल करने पर यह तथ्य भी सामने आए हैं कि उक्त ज्यूलर के दोनों बेटे बीते समय में भी सभी क्लबों में ऐसी ही ओच्छी हरकतें कर चुके हैं। जानकार बताते हैं कि यह दोनों मामूली तकरार होते ही गन निकालकर धमकाने लग जाते हैं। हाल ही में एक डीएसपी के बेटे ने भी ऐसी हरकत करने इनकी खूब “सेवा” की थी। हैरतअंगेज खुलासा यह भी हुआ है कि शहर का एक बढिय़ा मैंबरशिप क्लब “आ तू पी” भी इनकी गुंडई के कारण बंद हुआ था क्योंकि दोनों के कारण काफी अच्छे लोगों ने वहां आना ही छोड़ दिया था।
वहीं, सूत्रों की माने तो इनका ज्यूलरी का काम सिर्फ दिखावा है जबकि यह लोग ज्यूलर बिजनेस की आड़ में प्रापर्टी बिजनैस, बेनामी निवेश और विदेशी करंसी के लेन-देन के जरिए हवाला का धंधा भी करते हैं। संभवत: यही कारण साबित करता है कि यह उन गलत धंधों को सिस्टम में छुपी काली भेड़ों के साथ मिलीभगत करके उनका भी समय-समय पर “मुंह मिट्ठा” करवाते रहते हैं जिससे इनके खिलाफ गन कल्चर पर लगाम की कार्रवाई आज तक नहीं हो पाई है और यह लोग बेखौफ किसी पर भी गन तानते दिखाई दे रहे हैं।
उधर, पुलिस वालों का कहना है कि फिलहाल उनके पास ऐसा कोई मामला नहीं आया है। फैमिली क्लब में ऐसी घटनाएं होना तब तक आम बात जब तक उस घटना से जुड़ा कोई पक्ष आगे आकर कार्रवाई की मांग नहीं करता। क्लब के बाहर क्लब मालिक पर गन तानने की घटना की जांच की जाएगी। अगर जांच में दस्तावेजी साक्ष्य सामने आते हैं, तो गन तानने वाले की लाइसैंस कैंसिल करने की सिफारिश की जाएगी। क्लब मालिक से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन वो उपलब्ध नहीं थे।