विजीलैंस की तरफ से सरकारी फंडों में 65 लाख रुपए का घपले के दोष में बीडीपीओ और ब्लाक समिति का चेयरमैन गिरफ़्तार

BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA 

राज्य में से भ्रष्टाचार के ख़ात्मे के लिए चलाई जा रही मुहिम के दौरान पंजाब विजीलैंस ब्यूरो पंजाब ने आज सिद्धवां बेट ब्लाक, लुधियाना के बी.डी.पी.ओ सतविन्दर सिंह कंग और सिद्धवां बेट ब्लाक समिति के चेयरमैन लखविन्दर सिंह को 26 गाँवों में लगाई जाने वाली स्ट्रीट लाईटों को मंज़ूरशुदा रेट से दोगुनी कीमत पर खरीद कर सरकारी फंडों में 65 लाख रुपए का घपला करने के दोष के तहत गिरफ़्तार किया है।

इस सम्बन्धी जानकारी देते विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि विजीलैंस जांच नंबर 03 तारीख़ 12-07-2022 की तफ्तीश दौरान पाया गया कि सतविन्दर सिंह बी. डी. पी. ओ. (अब मुअत्तल) को सिद्धवां बेट ब्लाक में अपनी तैनाती दौरान 26 गाँवों में स्ट्रीट लाईटें लगाने के लिए सरकारी ग्रांट प्राप्त हुई थी। फंडों में हेराफेरी करने के लिए उक्त बीडीपीओ ने मैसर्ज अमर इलैक्ट्रिकल ऐंटरप्राईज़िज़ के मालिक गौरव शर्मा के साथ मिलीभुगत के ज़रिये 3,325 रुपए के प्रवानित रेट के मुकाबले जानबूझ कर 7,288 रुपए प्रति लाईट के हिसाब के साथ यह लाईटें खरीदीं थीं। इस तरह उसने 65 लाख रुपए की सरकारी ग्रांट का घपला करके सरकारी खजाने को वित्तीय नुक्सान पहुँचाया।

और ज्यादा जानकारी देते उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस थाना, आर्थिक अपराध विंग, लुधियाना में आई.पी.सी की धारा 409, 120-बी और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 13 (1)(ए), 13(2) के अंतर्गत बी.डी.पी.ओ. सतविन्दर सिंह कंग और मैसर्ज अमर इलैक्ट्रिकल इंटरप्राईजिज़ के मालिक गौरव शर्मा ख़िलाफ़ एफ.आई.आर नंबर 10 तारीख़ 27-09-2022 दर्ज की गई है।

उन्होंने आगे बताया कि जांच दौरान बाद में सिद्धवां बेट ब्लाक समिति के चेयरमैन लखविन्दर सिंह को भी इस केस में नामज़द किया गया। इस मामले में बीडीपीओ और चेयरमैन को गिरफ़्तार कर लिया गया है और कल अदालत में पेश किया जायेगा। इस बारे और तफ्तीश जारी है।

प्रवक्ता ने आगे बताया कि ब्लाक समिति सिद्धवां बेट के सदस्यों की तरफ से 30-12-2021 को स्ट्रीट लाईटें लगाने का प्रस्ताव पास किया गया था परन्तु मुलजिम बीडीपीओ ने प्रस्ताव के पास होने से पहले ही 27-12-2021 को कोटेशन मंज़ूर कर दी। फंडों में घपले की मंशा के साथ उपरोक्त बीडीपीओ ने 26 गाँवों में यह स्ट्रीट लाईटें बिना लगाऐ ही इसका मुकंमलता सर्टिफिकेट भी तैयार कर लिया था। SSP विजिलेंस रविंद्र पाल संधू ने बताया कि पुलिस इस मामले की आगे जांच जारी है।