BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA
अपनी वर्दी का रौब आम लोगों पर झाड़ने के साथ-साथ अपने निचले पुलिस मुलाजिमों पर भी रौब डाल उन्हें
जलील करने वाले इंस्पेक्टर ओंकार सिंह बराड पर अभी तक पर्चा दर्ज नहीं हुआ है,थाने में एक मुलाजिम खुद को गोली मार लेता है मरने से पहले एक सुसाइड नोट लिखता है अपनी वीडियो बनाता है ओर अपनी मौत की ज़िम्मेदार थाना प्रभारी को बताता है पर इस सबके बावजूद थाना प्रभारी के मात्र लाईन हाज़िर ही किया जाता है। इंस्पेक्टर ओंकार बराड खुद को सिंघम फ़िल्म का हीरो समझ ना आम जनता से ढंग से बात करता था ओर ना ही अपने मुलाजिमों के साथ, इस तरह के इंस्पेक्टर को थाने में चार्ज देना भी पुलिस प्रशासन के उच्चाधिकारियों पर सवालिया निशान है, इंस्पेक्टर बराड के खिलाफ पहले भी कई लोग शिकायतें दर्ज करवा चुके हैं,पर पुलिस प्रशासन की उस पर इतनी शह थी कि उन शिकायतों पर कोई कार्रवाई ही नहीं हुई।