युवाओं की ज़िंदगी बर्बाद करने वालों पर थाना बारादरी की पुलिस मेहरबान

BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA 

बच्चों क विदेश सेट होने का सपना दिखाकर उनकी ज़िंदगी ख़राब करने वाले कलात्मक शोरूम के मालिक पर जालंधर पुलिस मेहरबान है।  “KALATM शोरूम मालिक के द्वारा अमेरिकन वीजा धारक अर्बन युवक की घर बैठे विलेज गर्ल से पेपर मैरिज करवाने और फेक मैरिज सर्टीफिकेट से विलेज गर्ल को केनेडा वीजा दिलाने का खेल खेलने के आरोपी कलात्मक एथनिक वियर शोरुम मालिक रवि जैन की पत्नी कामाक्षी जैन फर्जी ट्रेवल एजैंटी के मामले में आरोपी बनाए जाने के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस की नजर में फ़रार चल रहे है।

जानकारी मिली है कि दोनों गिरफ्तारी से बचने के लिए शहर में ही एक रईस व्यक्ति के घर पर छिपे हुए हैं जिनके संरक्षण में यह दोनों सारे काम धंधे करते हैं। साल 2020 में दर्ज मामले में पुलिस ने दोनों को बतौर आरोपी नामजद किया तो सैशन कोर्ट ने भी अग्रिम जमानत देने से इंकार कर दिया। पीडि़त पक्ष के दबाव में पुलिस दोनों की तलाश में उनके संभावित ठिकानों पर रेड कर रही है।

 

 

वहीं, फरार आरोपी कामाक्षी जैन ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी दायर की है। माननीय हाईकोर्ट में आरोपी कामाक्षी जैन की पटीशन पर 20 अप्रैल की सुनवाई तय की है जिससे उसकी अभी भी गिरफ्तारी का अधिकार पुलिस का बना हुआ है। पता चला है कि आज भी थाना नई बारादरी पुलिस ने फ़रार दंपति के Model town रोड स्थित showroom पर रेड की लेकिन कोई हाथ नहीं आया।

सूत्रों का दावा है कि यह ऐसे रेड पुलिस अपनी फाइल का “टिड्ड” भरने के लिए कर रही है जबकि आरोपी जालंधर में किसी ठिकाने पर छुपे हैं और लगातार अपने जानकारों के संपर्क में है। दावा यह भी कि शातिर दंपति ने पुलिस वालों को भी सेट कर रखा है कि उन पर ज़मानत होने तक हाथ न डाला जाएगा।

कानूनविदों की माने तो संभवत: इस सोच के साथ कामाक्षी जैन की महिला होने के चलते पहले जमानत अर्जी दायर की गई है क्योंकि वो एक शोरूम बिजनैस और घर को चलाती है। दोनों की एक साथ भी जमानत इसलिए दायर नहीं की गई है कि यदि हाईकोर्ट पटीशन खारिज करें तो कहीं एक के चक्कर में दोनों को नुक्सान न हो। मगर देखना शेष होगा कि कानून आरोपी की अर्जी और अपराध को किस नजर से देखकर फैसला लेता है।

गौरतलब है कि सिटी के थाना नई बारादरी की पुलिस ने जांच के दौरान जैन दंपति को इस बेहद शातिराना ढंग से की ठगी के मामले में नामजद कर लिया है और पुलिस दोनों की तलाश कर रही है। केस से जुड़े लोग बताते है कि आरोपी रवि जैन कार सेल-परचेज के अलावा अवैध ढंग से फाइनांस और विदेश जाने वाले लोगों के लिए फंड शो करने का काम करने के साथ-साथ बिना लाइसैंस ट्रेवल वीजा का भी धंधा करता चला आ रहा है।

दरअसल, मामला यह है कि जालंधर हाईट्स निवासी अंकुश चौहान पुत्र राजेश कुमार के पासपोर्ट जो 13.08.2024 तक वैध है और उस पर 10 साल का अमेरिका वीजा भी लगा हुआ है, ने विदेशी वीजा के लिए इंकम टैक्स कालोनी जालंधर स्थित एसवीएम सेल-परचेज एंड फाइनांस का संचालन करने वाले रवि जैन को संपर्क किया था।

बकौल अंकुश चौहान, वो अनमैरिड है और उसका अमेरिका का वीजा रवि जैन ने ही 3.50 लाख रुपए लेकर लगवाकर दिया था इसलिए केनेडा वीजा के लिए भी उसको संपर्क किया। आरोपी रवि जैन की पत्नी कामाक्षी जैन ने दावा किया था कि केनेडियन अंबैसी में उसकी सहेली वीजा ऑफिसर लगी है इसलिए वीजा मिलना तय होगा। अंकुश के अनुसार साल 2018 में केनेडा वीजा मिलने पर वो वैनकुंवर एयरपोर्ट पर 13.04.2019 को पहुंचा तो बार्डर पुलिस ने उसे डिटेन करके सवाल किए और बिना कोई कारण बताए उसे डिपोर्ट कर दिया।

भारत लौटने पर वकील किया और केनेडा अंबैसी से संबंधित दस्तावेज हासिल किए जिससे पता चला कि मलेरकोटला संगरूर के गांव की एक लड़की सुखप्रीत कौर बीते समय में केनेडा वीजा लेकर दाखिल हुई और उसने मेरे पासपोर्ट की कापी और मेरे नाम के साथ बना हुआ एक मैरिज रजिस्ट्रेशन दस्तावेज को पेश किया हुआ था। लड़की के मुताबिक उसने शार्तिया वीजा हासिल करने के लिए 25 लाख रुपए दिए थे।

शिकायतकर्ता अंकुश चौहान के अनुसार उसने केनेडा दाखिल होते समय खुद को अनमैरिड घोषित किया था और कहा कि मेरे इंडियन पासपोर्ट पर भी मेरा स्टेट्स अनमैरिड ही अंकित है इसलिए वहां की पुलिस ने मुझे पहले दाखिल हुई विलेज गर्ल सुखप्रीत के एफीडेविट और मैरिज रिकार्ड के आधार पर झूठ बोलने का आरोपी ठहराते हुए मुझे डिपोर्ट कर दिया था जिसके चलते सारा मामला जालंधर पुलिस के ध्यान में लाया गया था।

जानकारी के मुताबिक ठगी के शिकार युवक अंकुश चौहान ने शिकायत अब जाकर नामजद किए माडल टाउन रोड स्थित डेरा सतकरतार मार्किट में बने कलात्मक एथनिक वियर शोरुम के मालिक रवि जैन, उसकी पत्नी कामाक्षी जैन समेत मलेरकोटला, संगरुर निवासी सुखप्रीत कौर पुत्री हाकम सिंह के खिलाफ शिकायत दी थी।

जानकारी है कि प्राथमिक जांच के आधार पर सिटी पुलिस ने ठग ट्रैवल एजैंट कपिल शर्मा तथा कोरल वीजा कंपनी के संचालक केनेडियन सिटीजन विक्रमजीत सिंह औलख के खिलाफ केस दर्ज किया था लेकिन जांच के बाद अब जाकर दोनों मियां-बीबी रवि जैन व कामाक्षी जैन को भी केस में नामजद कर लिया गया है।

पुलिस के मुताबिक क्योंकि शिकायतकर्ता के वीजा लगे पासपोर्ट की कापी रवि जैन के जरिए ही लड़की के वीजा आवेदन की फाइल तक पहुंची और उसकी पत्नी कामाक्षी जैन की भी भूमिका पूछताछ में सामने आई है कि उसने पूरे मामले में क्राइम को अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बहरहाल, मामला पेचीदा है और केस में बंटी-बबली बनकर सामने आए रवि जैन-कामाक्षी जैन के गिरफ्त में आने के बाद सारी गुत्थी सुलझने के आसार है।