The specified slider is trashed.

Home » featured » पौधारोपण और पर्यावरण संरक्षण केवल एक व्यक्ति की ही नहीं, हमारी सभी की जिम्मेदारी है

पौधारोपण और पर्यावरण संरक्षण केवल एक व्यक्ति की ही नहीं, हमारी सभी की जिम्मेदारी है

BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA

दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान और कैंटोनमेंट बोर्ड की ओर से सात दिवसीय निशुल्क योग शिविर, जालंधर कैंट की जवाहर पार्क में आयोजित किया जा रहा है। जिसका आज पांचवां दिन था। जिसमें विशेष रूपसे जालंधर कैंट के ब्रिगेडियर श्री सुनील सॉल जी,  सी. ई. ओ. श्री ओमपाल सिंह जी, श्री आशुतोष महाराज जी के शिष्य स्वामी सज्जनानंद जी, उपस्थित हुए।

योग शिविर में नूरमहल से आए योगाचार्य स्वामी अश्वनी आनंद जी ने बताया कि कमर दर्द, सिर दर्द आज की जीवनशैली में बहुत सामान्य समस्याएं बन गई हैं। इन समस्याओं के लिए योग और आयुर्वेद में अत्यंत प्रभावी उपचार बताए गए हैं।
1. भुजंगासन (Cobra Pose)** – रीढ़ की लचीलापन बढ़ाता है।
2. मार्जरी-बीठी आसन (Cat-Cow Pose) – पीठ की जकड़न दूर करता है।
3. शलभासन (Locust Pose) – निचली कमर को मज़बूत करता है।
4. सेतु बंधासन (Bridge Pose) – रीढ़ की हड्डी को राहत देता है।
5. अर्ध मत्स्येन्द्रासन – कमर में खिंचाव और रक्तसंचार बढ़ाता है।
सिर दर्द (Headache)**
योगासन:
1. शवासन (Corpse Pose) – पूरी तरह से तनावमुक्त करता है।
2. अनुलोम विलोम प्राणायाम – मस्तिष्क को शांति और संतुलन देता है।
3. शीतली प्राणायाम – मानसिक तनाव और गर्मी को शांत करता है।
4. बालासन (Child’s Pose) – सिर को आराम देता है।
अगर इंसान इन आसनों एवं प्राणायाम को करता रहे तो स्वस्थ जीवन जीने से उसको कोई भी नहीं रोक सकता।

इस अवसर पर श्री आशुतोष महाराज जी के शिष्य स्वामी सज्जनानंद जी ने बताया कि
पौधारोपण और पर्यावरण संरक्षण एक अनिवार्य आवश्यकता है । पौधे हमारे जीवन का आधार हैं। वे न केवल हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, बल्कि पर्यावरण को संतुलित रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। तेजी से बढ़ती जनसंख्या और औद्योगीकरण के कारण पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है, जिससे ग्लोबल वार्मिंग, प्रदूषण और प्राकृतिक आपदाओं जैसी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। ऐसे में पौधारोपण और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।
पौधारोपण का महत्व पौधे प्रकृति के फेफड़े होते हैं। वे कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके ऑक्सीजन छोड़ते हैं, जो पृथ्वी पर जीवन के लिए अनिवार्य है। इसके अलावा, पौधारोपण के कई अन्य लाभ भी हैं:

ब्रिगेडियर श्री सुनील सॉल जी एवं CEO ओम पाल जी ने सभी को संदेश दिया कि पौधारोपण और पर्यावरण संरक्षण केवल एक व्यक्ति का ही नहीं, हमारी सभी पीढ़ियों की जिम्मेदारी बनती है। यह समय है कि हम सब मिलकर इस दिशा में काम करें और अपनी पृथ्वी को हरा-भरा और स्वस्थ बनाएं।
संस्थान की जालंधर शाखा प्रमुख साध्वी पल्लवी भारती जी एवं सभी आए हुए अतिथियों द्वारा योग शिविर में सम्मिलित हुए योग प्रेमियों को तुलसी के पौधे भी वितरित किए गए एवं पौधारोपण भी किया गया। साध्वी जी ने बताया कि 20-21 जून को ही सुबह 6 से 7 बजे तक योग शिविर ओर विशेष रहेगा क्योंकि इस दिन योग शिविर के पश्चात फ्री आयुर्वेदिक परामर्श शिविर एवं फ्री नाड़ी परीक्षण कैंप भी लगाया जाएगा।
इस दौरान कैंटबोर्ड गर्ल्स स्कूल से प्रिंसिपल पूनम पाठक जी, महेश गुप्ता, अरविंद प्रकाश, डॉ. केशव, प्रीतम कुमार, अश्वनी अग्रवाल, करण कुमार, कमलेश गर्ग, बॉबी जिंदल, नीरज शर्मा, रविंदर धालीवाल, ने भी योग शिविर में भाग लिया।

Leave a Comment