BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA
एन.एच.एस अस्पताल, जालंधर जो मेडिकल इनोवेशन में अपनी पहचान बना चुका है ने अब एक और बड़ा कदम उठाया है। अस्पतालने AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) पर आधारित R.I. (रोबोटिक औरइंटेलिजेंट) हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी की शुरुआत की है। यह तकनीकएन.एच.एस अस्पताल को इस “क्षेत्र में सबसे पहले में से एक” ऐसा संस्थान बनातीहै जो इतनी उन्नत हिप सर्जरी कर रहा है।
यह पहल डॉ. शुभांग अग्रवाल, निदेशक और अनुभवी हड्डी रोग विशेषज्ञ केनेतृत्व में शुरू हुई है। उनके साथ पाँच काबिल ऑर्थोपेडिक सर्जनों की टीमहै जो इस नई तकनीक को अपनाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
रोबोटिक ऑर्थोपेडिक्स में एन.एच.एस अस्पताल की प्रमुख भूमिका
2019 में एन.एच.एस अस्पताल ने इस क्षेत्र में सबसे पहले रोबोटिक घुटनेऔर हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी शुरू की थी। इसके बाद से यह अस्पताललगातार तकनीक और मरीजों की देखभाल में नए कीर्तिमान स्थापितकरता आ रहा है।अब 2025 में, AI और रोबोटिक तकनीक को मिलाकर R.I. हिपरिप्लेसमेंट सर्जरी की शुरुआत की गई है। यह तकनीक सर्जरी को औरज्यादा सटीक, तेज़ और मरीज के लिए आरामदायक बनाती है।
R.I. हिप रिप्लेसमेंट क्या है?
R.I. का मतलब है रोबोटिक और इंटेलिजेंट, यानी रोबोटिक मशीनों कीसटीकता और AI की बुद्धिमत्ता का मेल।
AI मरीज के हड्डियों की बनावट, चाल, जोड़ की स्थिति आदि जैसे हजारोंडेटा पॉइंट्स का विश्लेषण करता है, जिससे सर्जरी हर मरीज के अनुसारबिल्कुल व्यक्तिगत और सटीक होती है।
AI लगातार सीखता है और ऑपरेशन के दौरान सर्जन को सबसे बेहतरनिर्णय लेने में मदद करता है। इससे न सिर्फ सर्जरी सफल होती है, बल्किमरीज की जिंदगी की गुणवत्ता भी बेहतर हो जाती है।
डॉ. शुभांग अग्रवाल का संदेश:
“हम एन.एच.एस अस्पताल में हमेशा एक कदम आगे रहना चाहते हैं। R.I. हिप रिप्लेसमेंट की शुरुआत के साथ हम तकनीक और बुद्धिमत्ता को एकसाथ लाकर ऐसा इलाज दे रहे हैं जो पहले संभव नहीं था। इससे मरीजोंको कम दर्द, जल्दी ठीक होने और बेहतर जीवनशैली का लाभ मिलेगा।“
अनुभवी डॉक्टर्स की टीम
एन.एच.एस अस्पताल की असली ताकत है इसकी विशेषज्ञ ऑर्थो टीम।डॉ. शुभांग अग्रवाल के नेतृत्व में पाँच अनुभवी सर्जन मिलकर हर ऑपरेशनको सुरक्षित, सटीक और मरीज की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए करतेहैं।
इस तकनीक से मरीजों को क्या लाभ?
ज्यादा सटीकता: AI 3D तकनीक से हड्डी की सटीक मैपिंग करता है।
कम जोखिम: इम्प्लांट की सही पोजिशन से सर्जरी दोबारा करवाने कीसंभावना घटती है।
तेज़ रिकवरी: कम खून बहना, कम दर्द और जल्दी चलने–फिरने में मदद।
बेहतर लॉन्ग–टर्म परिणाम: मरीज की हड्डियों और जीवनशैली के अनुसारइम्प्लांट फिट किया जाता है।
एन.एच.एस अस्पताल क्यों चुनें?
अनुभव और नेतृत्व: डॉ. शुभांग के पास 20+ साल का अनुभव और हज़ारोंसफल सर्जरीज़ का रिकॉर्ड है।
विश्व–स्तरीय सुविधाएं: रोबोटिक ऑपरेशन थिएटर, AI सॉफ्टवेयर औरआधुनिक जांच सुविधाएं।
मरीज को केंद्र में रखकर इलाज: हर मरीज को व्यक्तिगत ध्यान औरसहानुभूति से इलाज दिया जाता है।संपूर्ण देखभाल: ऑर्थोपेडिक के साथ–साथ एनेस्थीसिया, फिजियोथैरेपीऔर रिहैबिलिटेशन की भी सुविधा।
जालंधर में अब महानगर जैसी चिकित्सा सुविधा
अब मरीजों को दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों में जाने की ज़रूरत नहीं है।एन.एच.एस अस्पताल ने यह सुविधा जालंधर में देकर इलाज को और भीसुलभ बना दिया है।
यह सिर्फ तकनीकी बदलाव नहीं, बल्कि एक ऐसा कदम है जो लोगों केजीवन को बेहतर बनाने में मदद करेगा। इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनें
30 मई 2025 को एन.एच.एस अस्पताल, जालंधर में इस नई तकनीक कीशुरुआत का हिस्सा बनें।
जानिए कैसे R.I. हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी लोगों की जिंदगी बदल सकतीहै।सम्पर्क करें:
ऑर्थोपेडिक विभाग: 9814209405
वेबसाइट: www.nhsorthorobotics.com
30 मई 2025 को एन.एच.एस अस्पताल, जालंधर में इस नई तकनीक कीशुरुआत का हिस्सा बनें।जानिए कैसे R.I. हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी लोगों की जिंदगी बदल सकतीहै।
सम्पर्क करें:
ऑर्थोपेडिक विभाग: 9814209405
वेबसाइट: www.nhsorthorobotics.com