BURNING NEWS✍️RAJESH SHARMA
जालंधर में नगर निगम के एटीपी की गिरफ्त में आने के बाद जहां सेंट्रल हल्के में नाजायज निर्माणों की पोल खुली है वहीं सेंट्रल के बाद ना तो माडल टाउन में इलाके में कोई कारवाई निगम टीम ने की है ओर ना ही जालंधर वेस्ट इलाके में। इन दोनों इलाक़ों में निगम टीम पर आख़िर किसका दबाव था जो धड़ल्ले से इन बिल्डिंगों को बनाया गया। माडल टाउन इलाके में अग्रवाल ढाबे की ऊपरी मंजिल नाजायज बनने के बाद भी उसके खिलाफ कारवाई नहीं हुई, वहीं कुछ आगे नाजायज दुकानें बनकर तैयार हुई, थिंद अस्पताल के आगे पूरी रोड पर दाएँ बाएँ कोई नाजायज कमर्शियल बिल्डिंग जो पहले रिहायशी थी बनकर तैयार हो रही है ओर कुछ हो चुकी है पर नगर निगम ने इसकी तरफ़ आँख उठाकर नहीं देखा।