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लहंगे की लड़ाई-लड़की ने बारात वापिस लौटाई,हुई जमकर हाथापाई

BURNING NEWS ✍️ कभी रिश्तों के आगे लहंगे गहने सब फीके थे पर आज के जमाने में सोना चाँदी कपड़ा ज़्यादा महत्वपूर्ण है रिश्तों से ज़्यादा। ऐसा ही मामला सामने आया है जहां लहंगे और ज्वैलरी को लेकर शादी में बखेड़ा खड़ा हो गया. हालात ये हो गए कि वर-वधू पक्ष एक दूसरे से भिड़ गए और आखिर में पुलिस बुलानी पड़ी और दूल्हा बिना दुल्हन के ही वापस बैरंग लौटा।

दुल्हन को पसंद नहीं आया लहंगा :दूल्हे की दहेज की डिमांड पर बिना शादी बारात लौटाने की घटनाएं सुनने में आती हैं, लेकिन पानीपत में दुल्हन पक्ष की डिमांड पूरी न होने पर बारात बैरंग लौटा दी गई. दरअसल, दुल्हन पक्ष को दूल्हे पक्ष की ओर से लाया गया लहंगा पसंद नहीं आया. साथ ही आर्टिफिशियल ज्वैलरी लाने से भी वधू पक्ष नाराज हो गया. इस पर मायके वालों ने बारात बैरंग लौटा दी. दोनों पक्षों में विवाद बढ़ा तो डायल-112 के जरिए सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया. पूरा मामला रविवार रात पानीपत के मॉडल टाउन की भाटिया कॉलोनी स्थित एक मैरिज हॉल में आयोजित शादी समारोह का है.

दूल्हे के भाई ने क्या कहा ? :पूरे मामले की जानकारी देते हुए दूल्हे के भाई ने कहा कि ‘हमने शादी के लिए करीब दो साल का समय मांगा था, लेकिन लड़की वाले बार-बार दबाव बनाते रहे. 10 हजार रुपए हॉल बुक कराने के नाम पर लिए गए. लहंगा कभी 20 हजार तो कभी 30 हजार रुपए का बताया गया. हमने अभी नया घर बनाया था. किसी तरह ब्याज पर पैसे लेकर हमारे से जो बना, वो हम लेकर आए थे. पहले लड़की की नानी ने कहा कि पांच सोने के जेवर बनवाकर लाओ. दिल्ली चांदनी चौक से लहंगा मंगवाओ. जो हम लहंगा लेकर आए, उसे पुराना बताकर फेरे कराने से मना कर दिया. 35 हजार में गाड़ी किराये पर लेकर आए थे.

वहीं दुल्हन की मां ने बताया कि वो मेहनत मजदूरी करती है. 25 अक्टूबर 2024 को पंजाब के अमृतसर में छोटी बेटी का रिश्ता तय किया था. दूसरी जगह बड़ी बेटी का रिश्ता किया. मैंने छोटी बेटी की शादी भी बड़ी बेटी की शादी के साथ करने की सोची. लेकिन, रिश्ता होते ही लड़के वाले शादी के लिए दबाव बनाने लगे. हमने 23 फरवरी को शादी तय कर दी. अमृतसर से बारात आई और लड़के वाले दुल्हन के लिए पुराना लहंगा और जेवरात भी आर्टिफिशियल लेकर आए. जयमाला तक नहीं लाए. हमने कारण पूछा तो कहा कि हमारे यहां जयमाला की परंपरा नहीं है. वे हाथापाई कर तलवार तक निकालकर मारपीट पर उतारू हो गए. लहंगा मंगवाने के नाम पर दिल्ली के चांदनी चौक में 13 हजार रुपए एडवांस दिलवाए और बाद में मना कर दिया. होटल में कमरे बुक कराकर भी मना कर दिया. ऊपर से एक लाख रुपए मांगने का आरोप लगाकर पुलिस में शिकायत दी. हमने कोई पैसा नहीं मांगा. जब शादी से पहले उन लोगों का ये हाल है तो बाद में बेटी कैसे ठीक रह पाती